राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अजित पवार गुट के नेता एवं महाराष्ट्र के मंत्री छगन भुजबल ने रविवार को दावा किया कि शरद पवार के कारण ही भाजपा-नीत राजग से शिवसेना अलग हो गई थी। यहां तक कि उन्होंने खुद (शरद पवार) 2019 में भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाने का प्रस्ताव तैयार किया था। इसी वजह से अजित पवार ने अल सुबह देवेंद्र फडणवीस के साथ उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।
भुजबल ने रविवार को नासिक में पत्रकारों से कहा कि शरद पवार ने खुद 2014 और 2017 में कांग्रेस गठबंधन से अलग होकर भाजपा के साथ जाने की योजना बनाई थी। इस अवसर पर अजित पवार, सुप्रिया सुले और जयंत पाटिल भी मौजूद थे। भुजबल ने कहा कि राकांपा में फूट के जिम्मेदार खुद शरद पवार ही हैं। उन्हें इस बात का आत्मचिंतन करना चाहिए कि आखिर उनके घर में ही पले-बढ़े अजित पवार और कई वर्षों से उनके साथ रहे प्रफुल्ल पटेल उनसे दूर कैसे हो गए।
मंत्री भुजबल ने कहा कि शरद पवार ने शनिवार को यहां सभा कर जनता से माफी मांगी थी। शरद पवार ने कहा कि उन्होंने भुजबल को यहां से उम्मीदवार बनाया था, जबकि यह सही नहीं है। भुजबल ने कहा कि जब उन्होंने शिवसेना से इस्तीफा दिया था तो वे वहां के विधायक थे। नासिक के येवला विधानसभा क्षेत्र से वे पिछले 20 साल से लगातार जीतते आ रहे हैं। इसका सीधा अर्थ है कि उन्होंने कोई गलत काम नहीं किया है। भुजबल ने कहा कि शरद पवार सोच रहे हैं कि राकांपा में फूटने के लिए वे जिम्मेदार हैं, जबकि यह सही नहीं है। राकांपा की फूट में उनका कोई योगदान नहीं है, उन्हें असली जिम्मेदार को ढूंढने के लिए आत्मचिंतन करना चाहिए।
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