मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य में कोरोना की बिगड़ती स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। इस बैठक में विपक्ष की ओर से भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस सम्मिलित हुए। जबकि सत्ता पक्ष से सभी दलों के प्रमुख नेता सम्मिलित हुए। इस बैठक में राज्य मे कुछ दिनों के लिए पूर्ण रूप से संचार बंदी लागू की जाए इसको लेकर अलग-अलग नेताओं की राय भी अलग आई जिससे निर्णय को लेकर सियासी लॉकडाउन की परिस्थिति बन गई। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सभी नेताओं की बातें सुनीं और स्पष्ट किया है कि संक्रमण रोकने कि लिए लॉकडाउन लगाना होगा। इस पर निर्णय दो दिनों में लिया जाएगा।
इसे मराठी में पढ़ें – ठाकरे सरकार लॉकडाऊनच्या निर्णयावर ठाम! दोन दिवसांत निर्णय!
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लॉकडाउन के अलावा पर्याय नहीं – मुख्यमंत्री
- तेजी से बढ़ रहा है कोरोना का संसर्ग
- संसर्ग को रोकना है तो श्रृंखला को तोड़ना आवश्यक
- लॉकडाउन है एक मात्र पर्याय
- लॉकडाउन आठ दिनों का हो या चौदह दिनों का इस पर दो दिनों में निर्णय
- कड़े प्रतिबंध और थोड़ी छूट से नहीं चलेगा
एका बाजूला जनभावना आहे दुसऱ्या बाजूला कोरोनाचा उद्रेक.अशात ही लढाई जिंकण्यासाठी थोडी कळ तर काढावीच लागेल.मी विविध क्षेत्रातील लोकांशी बोलतोए,काल खासगी रुग्णालयांच्या संचालकांशी बोललो.शासनाला सहकार्य करण्याची सगळ्यांची तयारी आहे.टास्क फोर्सच्या तज्ज्ञांचे म्हणणेही विचारात घेत आहोत
— CMO Maharashtra (@CMOMaharashtra) April 10, 2021
- जनता को दिक्कत उठानी होगी
- एक मुख से लेना होगा निर्णय
- नेता प्रतिपक्ष के मुद्दे महत्वपूर्ण इस पर गंभीरता से विचार करके उठाया जाएगा उचित कदम
- कड़े निर्बंध लगाते समय गरीब, श्रमिकों की चिंता सभी ने व्यक्त की और इस पर विचार किया जाएगा
- संक्रमण तेजी से बढ़ रहा, आज लॉकडाउन नहीं लगाया तो कल अपने आप ही लग जाएगा लॉकडाउन
- एक ओर जनभावना है तो दूसरी ओर कोरोना उद्रेक इससे लड़ाई जीतनी है तो थोड़ी परेशानी उठानी पड़ेगी
प्रतिबंध लगाते समय गरीबों का करें विचार – अशोक चव्हाण
- सरकार की भूमिका और निर्णय पर दुष्प्रचार रोका जाए
- वस्तुस्थिति जनता तक पहुंचानी होगी
- एक मंत्री को जिम्मेदारी देकर नियमित जानकारी दें
कोरोना रोखण्यासाठी पुढील रणनिती निश्चित करताना मुख्यमंत्र्यांनी समाजातील अनेक घटकांसोबतच विरोधी पक्षनेत्यांशीही चर्चा केली. राज्यातील इतर प्रमुख पक्षांचे नेतेही या बैठकीला उपस्थित होते. सर्वांचे म्हणणे ऐकल्यानंतर पुढील दोन दिवसात निर्णय घेण्याचे मुख्यमंत्र्यांनी जाहीर केले आहे. pic.twitter.com/JZZr6tWZpC
— Ashok Chavan (@AshokChavanINC) April 10, 2021
- केंद्र से विनती करके ऋण भुगतान के लए पिछले वर्ष की तरह मोराटोरियम योजना करें लागू
- जनसंख्या के आजार पर केंद्र सरकार से टीके की मांग की जाए
- कठोर लॉकडाउन के पहले बाहरगांव रहनेवालों को घर लौटने का समय दें
लोग सड़कों पर न उतरें उन्हें पर्याय, उपाय और दें सहायता – भाजपा
सूत्रों के अनुसार भारतीय जनता पार्टी पूर्ण लॉकडाउन का विरोध किया है। देवेंद्र फडणवीस ने स्पष्ट किया है कि प्रतंबिध लगाकर कोरोना संक्रमण को रोका जाए।
- कोरोना जांच की रिपोर्ट 24 घंटे की भीतर रिपोर्ट आए इस पर लक्ष्य केंद्रित करें
- घर के एक व्यक्ति के पॉजिटिव होने पर अन्य सदस्यों को भी पॉजिटिव रिपोर्ट दी जा रही है। इससे कोरोना से लड़ाई में बाधा
- निजी अस्पतालों में रेमडेसवीर की उलब्धता पर उठाएं कारगर कदम
1. सध्या कोरोना चाचण्यांचे अहवाल तीन ते दहा दिवस या अंतराने येत आहेत. पूर्वीप्रमाणे ते 24 तासांत येतील, यावर लक्ष केंद्रीत करावे. अहवाल लवकर येत नसतील तर आपण कोरोना प्रभावीपणे रोखू शकणार नाही. @Dev_Fadnavis
— @OfficeOfDevendra (@Devendra_Office) April 10, 2021
- ऑक्सीजन की भारी कमी, इस पर ध्यान देने की आवश्कता
- संक्रमण से मुक्त हुए और संक्रमित हुए रुग्ण के प्रबंधन पर जोर
- शहरी और ग्रामीण दोनों हिस्सों में संक्रमण इसलिए ग्रामीण हिस्सों में सुविधाएं बढ़ाएं
रेमडेसिवीरवर केंद्राचे निर्बंध नाहीत.
खाजगी कंपन्या ते तयार करतात.
गुजरात सरकारने एक पत्र काढून निर्यात थांबविली.
महाराष्ट्र सरकारने पत्र दिले, तर ते राज्यालाही मिळेल. त्याचे व्यवस्थापन राज्य सरकारलाच करायचे असते!#Remdesivir #MaharashtraFightsCorona pic.twitter.com/bm6nXEKIPs— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) April 10, 2021
- लोगों की समस्याओं, अलग-अलग घटकों के लोगों की आर्थिक समस्या पर विचार की आवश्यकता जिससे लोग
- लोग सड़कों पर न उतरें उन्हें पर्याय, उपाय और दें सहायता
- निर्बंध लगना चाहिए लेकिन जनता के उद्रेक का भी करें विचार
- छोटे व्यवसाई, केश कर्तनालय व अन्य व्यवसाइयों के भावना की भी करें चिंता