उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टीम-09 की बैठक कर शासन के अधिकारियों को कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर दिशा निर्देश दिए। उन्होंने नगरों की प्लानिंग, सड़कों को अतिक्रमण से मुक्त कराने, अवैध टैक्सी स्टैण्ड को हटाने, गो आश्रय स्थलों में व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने, यातायात व्यवस्था को ठीक करने और शासन के अधिकारियों को जिलों में जाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर विकास प्राधिकरण, नगरीय निकाय में टाउन प्लानर की तैनाती की जाए। परियोजनाओं का निर्धारण करते समय आगामी 50 वर्षों की स्थिति को ध्यान में रखें। अवैध कॉलोनियों को विकसित न होने दें।
अवैध टैक्सी स्टैंड, बस स्टैंड, रिक्शा स्टैंड को तत्काल खत्म किया जाए। ऐसे स्टैंड पर अवैध वसूली और माफिया, आपराधिक प्रवृत्ति के तत्वों की संलिप्तता होती है। इनकी पहचान कर बिना विलम्ब कठोरतम कार्रवाई की जाए। पार्किंग की स्थाई जगह सुनिश्चित करें। सड़कों पर अतिक्रमण की समस्या को समाप्त करना होगा। स्थानीय प्रशासन के अधिकारी व्यापार मंडलों के साथ संवाद कर इसका समाधान सुनिश्चित कराएं। पटरी व्यवसाइयों के लिए स्थान का चिन्हांकन करते हुए उनके पुनर्वास की विधिवत व्यवस्था की जाए। व्यापारियों से संवाद बनाकर यह सुनिश्चित कराएं कि हर दुकान अपनी सीमा के भीतर ही हो।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि यातायात विभाग के वरिष्ठ अधिकारी फील्ड में उतरें। शासन स्तर के विभागीय अधिकारी जिलों में जाएं। पार्किंग, यातायात की व्यवस्था का आकलन करें। स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर व्यापारियों से संवाद करें।
पशुपालन विभाग की कार्यवाही में व्यापक सुधार की आवश्यकता है। विभाग में शासन स्तर के अधिकारियों को जिलों के नोडल अधिकारी के रूप में फील्ड में भेजा जाए। जिलों में जाएं, गो-आश्रय स्थलों में व्यवस्था की पड़ताल करें, भूसा बैंक बनवाएं। डेयरी सेक्टर से अधिकाधिक युवाओं को जोड़ने के लिए नियोजित प्रयास करें। गो-तस्करी जैसे जघन्य अपराध में लिप्त लोगों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाए।
प्रदेश में निवेश कर रहीं औद्योगिक इकाइयों को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से राज्य सरकार इंसेंटिव प्रदान किया जा रहा है। ऐसे सभी प्रकरणों की गहन समीक्षा कर बिना बिलंब यथोचित समाधान किया जाए।
शुद्ध पेयजल की आपूर्ति के लिए संचालित ‘हर घर नल योजना’ के तहत पाइपलाइन डाली जा रही है। इसी प्रकार स्मार्ट सिटी के कार्य भी हो रहे हैं। जहां पाइपलाइन डाली जा चुकी है, वहां बरसात से पहले पाइपलाइन के लिए खोदे गए गड्ढों को भर दिया जाए ताकि लोगों को असुविधा न हो। नालों की सफाई का कार्य भी समय से कर लिया जाए।
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