क्या चीन को उसके सदाबहार दोस्त माने जाने वाले पाकिस्तान पर भरोसा नहीं है? यह सवाल इसलिए पूछा जा रहा है क्योंकि पाकिस्तान में हुए बस विस्फोट की जांच के लिए चीन ने अपनी टीम भेज दी है। पिछले सप्ताह हुए इस विस्फोट में 13 लोग मारे गए थे। इनमें 9 चीनी इंजीनियर भी शामिल थे।
बता दें कि पाकिस्तान इस बस विस्फोट की घटना पर पर्दा डालने की कोशिश कर रहा है और वह इसे गैस लीक के कारण हुई दुर्घटना बता रहा है। लेकिन चीन इसे आतंकवादी हमला बता रहा है और उसने इसकी जांच के लिए अपनी टीम भेज दी है।
मारे गए थे 13 लोग, 9 चीनी इंजीनियर भी थे शामिल
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में 14 जुलाई को बस में विस्फोट हो गया था। बस में 40 इंजीनियर के साथ ही सर्वेयर और मेकेनिकल स्टाफ सवार थे। ये सब चाइना पाकिस्तान कॉरिडोर के तहत बनाए जा रहे एक डैम का काम देख रहे थे। इस घटना में 13 लोग मारे गए थे, जबकि 28 लोग घायल हो गए थे। मृतकों में 9 चीनी इंजीनियर भी शामिल थे।
चीन ने जांच के लिए भेजी टीम
चीन ने पाकिस्तान से इस मामले की गहनता से जांच करने और दोषियों को कड़ी सजा देने का अनुरोध किया था। लेकिन पाकिस्तान ने इसे गैस लीक के कारण हुआ विस्फोट बताककर अपने दोस्त चीन को चकमा देने का प्रयास किया। लेकिन चीन को पाकिस्तान की बातों पर भरोसा नहीं हुआ और उसने जांच के लिए अपनी टीम भेज दी।
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चीन ने कही ये बात
चीनी पब्लिक सिक्योरिटी मिनिस्टर झाओ केझी ने इस बारे में कहा कि सच्चाई का पता लगाने के लिए चीन और पाकिस्तान मिलकर काम करेंगे। उन्होंने कहा कि चीन की ओर से मामले की जांच करने के लिए विशेषज्ञों की एक टीम भेजी गई है, ताकि वे वहां के स्थानीय अधिकारियों की मदद करेंगे।
पाक को सख्त सलाह
इसके साथ ही चीन ने पाकिस्तान को सलाह दी है कि वह अपने देश में चीनी नागरिकों की पूरी सुरक्षा करे। बता दें कि पाकिस्तान को चीन का सदाबहार दोस्त कहा जाता है लेकिन अपने नागरिकों के मारे जाने के बाद चीन तिलमिला गया है। उसे पाकिस्तानी जांच एजेंसियों पर भरोसा नहीं है। चीन की ओर से पाकिस्तान में जांच टीम भेजे जाने को उसकी संप्रभुता के खिलाफ माना जा रहा है।