हांगकांग में लोकतंत्र को समाप्त करने के लिए चीन ने बड़ी चाल चली है। इस चाल के तहत चीन ने वहां की चुनावी प्रक्रिया में बड़े बदलाव किए हैं। नए कानून के तहत अब केवल बिजिंग के भरोसेमंद ही चुनाव लड़ सकते हैं। चीन ने इससे पहले वहां राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू किया है। उसके बाद वहां की चुनावी प्रक्रिया में बड़े बदलाव किए हैं।
इस बदलाव को लेकर चीन और अमेरिका तथा यूरोपियन देशों के बीच टकराव बढ़ सकते हैं। हालांकि अभी तक उन देशों की ओर से कोई प्रतिक्रिया जारी नहीं की गई है। वहीं चीन का कहना है कि इस कानून से हांगकांग की गवर्नमेंस में खामियों को दूर किया जा सकेगा।
राष्ट्रपति ने दी मंजूरी
30 मार्च को चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने चुनाव सुधार की योजना को मंजूरी दे दी। चीन की सरकारी मीडिया रिपोर्ट में लिखा गया है कि हांगकांग की व्यवस्था में बड़े बदलाव के कारण अब देशभक्त लोग ही चुनाव लड़ सकेंगे। हांगकांग के विपक्ष ने चीन के लादे गए इस कानून का विरोध किया है। विपक्ष ने कहा है कि चीन अपनी नीति के माध्यम से हांगकांग में असंतोष दबाने की कोशिश कर रहा है।
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राष्ट्रीय सुरक्षा कानून का विरोध
बता दें कि हांकांग में जब से राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू किया गया है, तब से अब तक 47 से ज्यादा लोकतंत्र समर्थक गिरफ्तार किए जा चुके हैं। देश विरोधी होने के आरोप लगाकर उन्हें गिरफ्तार किया गया है।