स्वातंत्र्यवीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक में नव नियुक्त मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे आकर क्रांति पुरोधा को नमन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अपने सरकार की कार्यप्रणाली को स्पष्ट रूप से सार्वजनिक करते हुए बताया कि उनकी सरकार स्वातंत्र्यवीर सावरकर के प्रखर हिंदुत्व पर चलेगी।
भाजपा और शिवसेना युति से बनी नई सरकार का मुख्यमंत्री बनने का बाद एकनाथ शिंदे ने वीर सावरकर को अपनी आदरांजलि अर्पित की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि, वीर सावरकर और बालासाहेब ठाकरे का हिंदुत्व ही हमारा हिंदुत्व है। यह हिंदुत्व किसी दूसरे धर्मीय का तिरस्कार करनेवाला नहीं है। हां, हिंदुत्व के आधार पर स्थापित हुई इस सरकार के कार्यों से राज्य का विकास हो यही हमारा लक्ष्य है। हमारी सरकार द्वारा किया जानेवाला विकास सामान्य जन मानस और सभी वर्गों, घटकों को न्याय देनेवाला होगा।
इस सरकार का प्रयत्न है कि, सभी घटकों को लगे कि, यह सरकार उनकी है। इसी को लक्ष्यित करके सरकार कार्य करेगी। कानून व्यवस्था बनाए रखना हमारी प्रधानता होगी। उसको लेकर कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
स्मारक में सम्मान
राज्य के प्रथम नागरिक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के आगमन पर स्वातंत्र्यवीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक के पदाधिकारी उपस्थित थे। इस अवसर पर कोषाध्यक्ष मंजिरी मराठे और सहकार्यवाह स्वप्निल सावरकर ने मुख्यमंत्री का सम्मान किया। मुख्यमंत्री के साथ स्थानीय विधायक सदा सरवणकर भी थे।