कांग्रेस पार्टी उत्तर प्रदेश की एक पुरानी, जीर्ण-शीर्ण हवेली के जमींदार की तरह है, जिसके पास बहुत जमीन हुआ करती थी, लेकिन अब नहीं है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार के इस तरह के बयान के बाद कि जमींदार के पास हवेली की मरम्मत के लिए पैसे भी नहीं हैं, कांग्रेस नेता बहुत नाराज हो गए हैं। इस पर प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले के जवाब के बाद अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्व मंत्री बालासाहेब थोरात ने भी पवार पर हमला बोला है। इस वजह से दोनों कांग्रेस के बीच नए विवाद की आशंका है।
बालासाहब थोरात ने यह कहा
ठाकरे सरकार में राजस्व मंत्री थोरात ने कहा कि मैं पवार के बयान से असहमत हूं। उनके बयान से कांग्रेस को नुकसान नहीं होगा और विपक्ष को फायदा नहीं होगा। कांग्रेस की आलोचना करने के बजाय, पवार को अब कांग्रेस के बैनर तले एक साथ आना चाहिए और देश में लोकतंत्र तथा संविधान को बनाए रखने के लिए मिलकर लड़ना चाहिए। थोरात ने कहा, “कांग्रेस एक विचार है। धार्मिक भेदभाव बढ़ने के कारण पार्टी के लिए बुरे दिन आ गए हैं, लेकिन अगर हम सब एक साथ आएं तो कांग्रेस के अच्छे दिन फिर आएंगे।”
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भुजबल ने दिया जवाब
बालासाहेब थोरात के बयान पर राकांपा नेता छगन भुजबल ने जवाब दिया,” हम वर्तमान में तीन झंडे के नीचे हैं, जिसमें शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस के झंडे शामिल हैं।” भुजबल ने थोरात को महाविकास आघाड़ी धर्म की याद दिलाई।