कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने 10 फरवरी को केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के नागपुर स्थित आवास के सामने प्रदर्शन दिया। कांग्रेस के इस प्रदर्शन के जवाब में भाजपा के लगभग 300 कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी कर शक्ति प्रदर्शन किया। बहरहाल, दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं का टकराव रोकने के लिए घटनास्थल और आसपास के इलाके में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
प्रधानमंत्री के इस बयान के खिलाफ प्रदर्शन
महाराष्ट्र में कोरोना लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों को उनके गांव भेजने को लेकर प्रधानमंत्री ने कड़ी आलोचना की थी। प्रधानमंत्री की इस टिप्पणी के बाद कांग्रेस ने महाराष्ट्र में भाजपा के जनप्रतिनिधियों के घर के बाहर आंदोलन शुरू किया है। इसी के तहत नागपुर में केंद्रीय मंत्री गडकरी के घर के बाहर 10 फरवरी को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का नेतृत्व कांग्रेस विधायक विकास ठाकरे और अभिजीत वंजारी ने किया। कांग्रेस नेता अभिजीत वंजारी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का बयान दुर्भाग्यपूर्ण और महाराष्ट्र का अपमान है। प्रधानमंत्री को महाराष्ट्र की जनता से माफी मांगें।
भनक लगते ही पहुंच गए भाजपा कार्यकर्ता
कांग्रेस कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन की भनक लगते ही भाजपा कार्यकर्ता भी इकट्ठा हो गए और गडकरी के घर के सामने की सड़क की एक ओर भाजपा और दूसरी ओर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी शुरू कर दी। दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं के आमने-सामने आने की वजह से माहौल कुछ समय के लिए तनावपूर्ण हो गया, लेकिन पुलिस बल की सक्रियता के कारण इस पर तुरंत ही काबू पा लिया गया।