महाराष्ट्र विधान परिषद की स्नातक और शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र की पांच सीटों के चुनाव को लेकर महाविकास आघाड़ी में चल रहे मंथन के बीच नेता प्रतिपक्ष अजीत पवार ने 17 जनवरी को बताया कि नासिक स्नातक सीट को लेकर चल रही हलचलों की जानकारी कांग्रेस को दी गई थी लेकिन समय रहते कांग्रेस ने ध्यान नहीं दिया।
पहले ही हो गया था सीटों का बंटवारा
अजीत पवार ने कहा कि कौन सी सीट किसे देनी है, यह बहुत पहले तीनों दलों में तय हो गया था। तीनों पार्टियों के नेताओं ने बैठकर विचार विमर्श करने बाद निर्णय लिया था कि किस सीट से किस पार्टी का उम्मीदवार होगा। एक बैठक में कांग्रेस नेता किसी कारणवश शामिल नहीं हो पाए थे। चुनाव की तैयारियों को लेकर महाविकास आघाड़ी के नेताओं में फोन पर बातचीत चल रही है। उन्होंने बताया कि नासिक स्नातक सीट पर कांग्रेस की ओर से डॉ. सुधीर तांबे को उम्मीदवारी दी गई थी लेकिन उन्होंने अपना नामांकन पत्र नहीं भरा। उनके पुत्र सत्यजीत तांबे ने निर्दलीय से पर्चा भरा है। नासिक में चल रही हलचल की सूचना पहले ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को दी गई थी। लेकिन कांग्रेस ने समय रहते ध्यान नहीं दिया।
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18 जनवरी को महाविकास आघाड़ी की बैठक
अजीत पवार ने बताया कि फिलहाल कांग्रेस ने तांबे पिता-पुत्र पर निलंबन की कार्रवाई की है। स्नातक सीटों को लेकर 18 जनवरी को महाविकास आघाड़ी के नेताओं की बैठक होनेवाली है। जिन सीटों पर चुनाव होने हैं, उसमें नासिक स्नातक, कोकण शिक्षक, अमरावती स्नातक, नागपुर शिक्षक और संभाजीनगर शिक्षक सीट शामिल है। इन पांच सीटों में महाविकास आघाड़ी के तीन एमएलसी और भाजपा के दो एमएलसी थे। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के दावोस दौरे को लेकर नेता प्रतिपक्ष पवार ने कहा कि हमें खुशी होगी कि वे ज्यादा से ज्यादा निवेश राज्य में लाएं।