कांग्रेस (Congress) के पारंपरिक निर्वाचन क्षेत्र के रूप में, उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में दो निर्वाचन क्षेत्र रायबरेली (Rae Bareli) और अमेठी (Amethi) सबसे पहले हैं। लेकिन गांधी परिवार (Gandhi Family) 2019 में इनमें से केवल एक निर्वाचन क्षेत्र (Constituency) को बरकरार रख सका। 2019 में भाजपा (BJP) उम्मीदवार स्मृति ईरानी (Smriti Irani) ने अमेठी पर अपना कब्जा बना लिया। यहां तक कि वायनाड (Wayanad) भी मुश्किल था, इसलिए नहीं कि राहुल गांधी जीत गए।
कांग्रेस के दामाद यानी प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा (Robert Vadra) ने लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए कमर कस ली है। रॉबर्ट वाड्रा ने खुद अमेठी से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है। दरअसल, उत्तर प्रदेश में रायबरेली और अमेठी से कांग्रेस का उम्मीदवार कौन होगा, इस पर सबकी निगाहें हैं। राजनीतिक गलियारों में वाड्रा के इस बयान पर गरमागरम बहस छिड़ गई है।
यह भी पढ़ें – IT Raid: आयकर विभाग ने तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली में सड़क ठेकेदार के घर पर मारा छापा
रायबरेली में सोनिया गांधी ने जीत हासिल की
इन दोनों सीटों पर कांग्रेस का उम्मीदवार कौन होगा, इस पर पूरे देश की नजर है। दोनों जगहों पर अभी उम्मीदवारों की घोषणा होनी बाकी है, जहां प्रियंका गांधी के नाम पर चर्चा चल रही है, वहीं रॉबर्ट वाड्रा ने बड़ा संकेत दिया है, 2019 में अमेठी में भाजपा नेता और मौजूदा सांसद स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को हराया था, जबकि रायबरेली में सोनिया गांधी ने जीत हासिल की थी। इस बार सोनिया नहीं लड़ेंगी रायबरेली चुनाव। ऐसे में कांग्रेस के सामने सवाल है कि किसे उम्मीदवार बनाया जाए।
रॉबर्ट वाड्रा का स्मृति ईरानी पर तंज
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की उम्मीदवारी पर चर्चा के बीच सोनिया गांधी के दामाद और प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा ने संकेत दिए हैं। वाड्रा ने कहा है कि लोग चाहते हैं कि वह अमेठी से चुनाव लड़ें। उन्होंने कहा कि लोग उम्मीद करते हैं कि वह अमेठी से उनके निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करें। गांधी परिवार पिछले कई सालों से अमेठी, रायबरेली और सुल्तानपुर में कड़ी मेहनत कर रहा है। वर्तमान सांसद के कारण अमेठी की जनता परेशान है। वाड्रा ने ईरानियों की भी आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने मौजूदा सांसद को चुनकर गलती की है।
कांग्रेस को सता रहा है डर
बता दें कि राहुल गांधी 2002 से अमेठी लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं। हालांकि, 2019 में उन्हें हार मिली थी। पिछले चुनाव में कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में सिर्फ रायबरेली सीट पर जीत मिली थी। अब चर्चा है कि इस बार यह सीट भी खतरे में है। चूंकि दोनों सीटों पर भाजपा ने अपनी पकड़ मजबूत कर ली है, इसलिए कहा जा रहा है कि कांग्रेस में इस बात पर चर्चा चल रही है कि किसे उम्मीदवार बनाया जाए। (Lok Sabha Election 2024)
देखें यह वीडियो-
Join Our WhatsApp Community