कुछ दिन पहले कांग्रेस पार्टी को छोड़ कर आम आदमी पार्टी का दामन थामने वाले वरिष्ठ नेता अश्विनी खजूरिया, पार्षद प्रीति खजूरिया व अन्य लोगों ने एक बार फिर पाला बदलते हुए अब गुलाम नबी आजाद को समर्थन देने की घोषणा की है।
इस संबंध में सीनियर नेता अश्विनी खजूरिया और प्रीति खजूरिया ने अपने समर्थकों के साथ पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद को अपना समर्थन देते हुए कहा कि तीन महीने पहले कांग्रेस की गलत नीतियों से तंग आकर उन्होंने कांग्रेस को छोड़ने का फैसला किया था क्योंकि कांग्रेस पार्टी में कर्मठ कार्यकर्ताओं या फिर पार्टी के लिए काम करने वाले लोगों को कभी भी आगे बढ़ने का मौका नहीं दिया जाता परंतु चापलुसी करने वालों को अनेक मौके दिये जाते हैं। इस वजह से पार्टी को भी क्षति होती है और नकारा और चापलुस लोग कुर्सी पर बैठाये जाते हैं। इससे आम जनता के कार्य भी ढंग से नहीं हो पाते हैं परंतु यह बात अभी भी कांग्रेस नेताओं को समझ नहीं आ रही है, जिसकी वजह से अब हर लोग कांग्रेस पार्टी को छोड़ रहे हैं या फिर छोड़ने का मन बना रहे हैं।
अश्विनी खजूरिया को अपने फैसले पर गर्व
अश्विनी खजूरिया ने कहा कि हमने जो फैसला लिया था, वही फैसला आजाद साहब ने भी लिया तो हमें गुलाम नबी आजाद और अपने फैसले पर गर्व है। गुलाम नबी आजाद के राजनीतिक जीवन में 2005 के स्वर्णिम समय भी आया, जब उन्होंने बतौर मुख्यमंत्री जम्मू-कश्मीर की सेवा की और अनेकों विकास के कार्य कर दिखाये, इतने आज तक किसी से नहीं हुए।
उधमपुर को अब तक नजर अंदाज करने का आरोप
अश्विनी खजूरिया ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने उधमपुर जिले को हमेशा नजरअंदाज किया। बाहिरी लोगों को जिला अध्यक्ष बनाया। कभी रामनगर के लोगों को महत्त्व दिया तो कभी चिनैनी के चापलूसों को महत्त्व दिया, जिन्होंने कांग्रेस को आज विलुप्त दरवाजे पर लाकर खड़ा कर दिया है और आज भी उन वरिष्ठ नेताओं की नींद नहीं खुल रही है। वे लोग अपने पैरों पर खुद ही कुल्हाड़ी मारने को आतुर हैं। यह दिल्ली बैठे वरिष्ठ नेताओं को भी समझ नहीं आ रही हैं। पूरे भारत में कांग्रेस पार्टी की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। कांग्रेस जमीनी कार्यकर्ताओं पर नहीं, नेताओं पर निर्भर करती है, इसीलिए कांग्रेस पार्टी इस स्थिति में पहुंच गई है।
इसलिए आजाद को समर्थन
अश्विनी खजूरिया ने कहा कि हम सभी आजाद साहब का समर्थन करते हैं और हम सभी जम्मू-कश्मीर को उज्ज्वल भविष्य की ओर ले जाने की उनकी यात्रा में उनके साथ शामिल होंगे। मौके पर अश्विनी खजुरिया के साथ प्रीति खजूरिया, दारा सिंह, सरदार तेज बहादुर, कुलदीप सिंह, फरीद मोहम्मद, शक्ति देवी, कंचन देवी, शिल्पा, यूनुस शाह, प्रेमलाल, गिरधारी लाल, पवन कुमार, रोजी, बब्बी आदि मौजूद रहे।