गोवा में कांग्रेस को बड़ा झटका लग सकता है। पार्टी में टूट की संभावना जताई जा रही है। गोवा के 11 में से पांच विधायक नॉट रिचेबल होने से पार्टी की परेशानी बढ़ गई है।
गोवा में संभावित संकट को देखते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी के वरिष्ठ नेता मुकुल वासनिक को गोवा जाने और राजनीतिक घटनाक्रम पर नजर रखने का आदेश दिया है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने इस बारे में ट्विट करते हुए लिखा, “कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सांसद मुकुल वासनिक को राजनीतिक घटनाक्रम पर नजर रखने के लिए गोवा भेजा है।”
Hon'ble Congress President has asked Shri @MukulWasnik, MP to rush to Goa to oversee latest political developments in the state.
— K C Venugopal (@kcvenugopalmp) July 10, 2022
भाजपा में शामिल होने की चर्चा
गोवा में विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने बताया कि प्रदेश के 11 में से पांच विधायके नॉट रिचेबल हैं। विपक्ष के नेता माइकल लोबो और पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत पर भाजपा के साथ मिलकर पार्टी के खिलाफ षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया है। बताया जा रहा है कि 40 विधायकों वाले सदन में कांग्रेस के कुछ विधायक भाजपा का दामन थाम सकते हैं। इस बीच पार्टी ने कार्रवाई करते हुए लोबो को नेता प्रति पक्ष से हटा दिया है।
ये पांच विधायक नॉट रिचेबल
कांग्रेस के गोवा डेस्क प्रभारी दिनेश गुंडू राव ने राज्य विधानसभा सत्र की पूर्व संध्या पर 10 जुलाई को बताया कि माइकल लोबो और कामत के साथ ही पार्टी के तीन विधायकों से संपर्क नहीं हो पा रहा है। नॉट रिचेबल विधायकों में लोबो, कामत, केदार नाइक, राजेश फलदेसाई और डोलियाला लोबो शामिल हैं। गोवा विधानसभा में कुल 40 सदस्य हैं। इनमें 20 भाजपा के हैं। इसके साथ ही उसे पांच अन्य का भी समर्थन है। फरवरी 2022 में हुए चुनाव में कांग्रेस ने 11 सीटें जीती थीं।
महाराष्ट्र में हो गया खेला
बता दें कि हाल ही में महाराष्ट्र में शिवसेना के 39 विधायकों को एकनाथ शिंदे गुट में शामिल होने के कारण प्रदेश की महाविकास आघाड़ी सरकार गिर गई है। फिलहाल महाराष्ट्र में भाजपा और एकनाथ शिंदे गुट-शिवसेना की सरकार है। महाविकास आघाड़ी में शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस शामिल है। फिलहाल यहां की इनकी सत्ता खिसक जाने से तीनों पार्टियों को करारा झटका लगा है।