कांग्रेस में लंबे काल से नाराजगी चल रही है। बालासाहेब थोरात पहले ही अपना पद छोड़ चुके हैं। इसके अलावा विदर्भ के नेताओं में भी नाना पटोले को लेकर असंतोष है, अब जानकारी मिल रही है कि, नाना पटोले का प्रदेशाध्यक्ष पद से पत्ता कट हो सकता है। उनके स्थान पर कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री रहे नेता को जिम्मेदारी दी जा सकती है।
आगामी काल चुनावों का है, स्थानीय निकाय, विधानसभा और लोकसभा के चुनाव होने हैं। इसे देखते हुए कांग्रेस के कुछ नेता दिल्ली दरबार पहुंचे थे। इन नेताओं ने पिछले वर्ष जून में संपन्न हुए विधान परिषद चुनावों का उदाहरण देते हुए, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद नाना पटोले का पत्ता कट करने की गुहार लगाई है। पिछले वर्ष विधान परिषद चुनावों के समय सत्यजीत तांबे की उम्मीदवारी को लेकर तीव्र मतभेद उभरे थे।
वरिष्ठ नेताओं की एक सुर
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का मत प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले को लेकर अच्छा नहीं है। ऐसी परिस्थिति में चुनावों के लिए जाना पार्टी को क्षति पहुंचा सकता है। इसके लिए विदर्भ, उत्तर महाराष्ट्र के नेताओं समेत कुछ लोग कांग्रेस दरबार में अर्जी लगा आए हैं, सूत्रों के अनुसार इन नेताओं ने दरबार में खुलकर शिकायत की है। नेताओं की उस बैठक में महाराष्ट्र कांग्रेस के लिए नए प्रभारी की नियुक्ति पर चर्चा हुई है। वर्तमान प्रभारी एच.के पाटील को कर्नाटक मंत्रिमंडल में मंत्री बनाया गया है।
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ये नाम हैं चर्चा में
कांग्रेस के नए प्रदेशाध्यक्ष पद के लिए पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण का नाम सबसे ऊपर है। इसके अलावा यशोमती ठाकुर, सतेज पाटील का नाम भी चर्चा में है। अशोक चव्हाण पहले भी प्रदेशाध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। अपने मुख्यमंत्रित्वकाल में अशोक चव्हाण ने कांग्रेस के संगठन विकास के लिए अच्छा काम किया था, परंतु आदर्श घोटाले में संबंधियों को फ्लैट दिलवाने का आरोप लगने के बाद वर्ष 2010 में पद छोड़ना पड़ा था। इसके बाद वे प्रदेशाध्यक्ष बनाए गए थे, लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद चव्हाण ने अपना पद छोड़ दिया था।
इन नेताओं ने दर्शाया असंतोष
महाराष्ट्र कांग्रेस के पूर्व मंत्री सुनील केदार, विजय वडेट्टीवार, शिवाजीराव मोघे और पूर्व सांसद संजय निरूपम ने दिल्ली में नाना पटोले की कार्यशैली को लेकर शिकायत की है। सूत्रों के अनुसार यह नेता लंबे काल से असंतुष्ट चल रहे हैं। सुनील केदार का पिछले दिनों नाम भी उछला था कि, उन्हें प्रदेशाध्यक्ष बनाया जा सकता है। इन नेताओं कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के पास शिकायत की है।