हाल ही में सम्पन्न पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में मिली हार और समूह की आगे की रणनीति पर विचार के लिए गुलाम नबी आजाद के आवास पर 16 मार्च को कांग्रेस के जी-23 नेताओं की एक बैठक हुई। इस दौरान गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा ने हाल ही में कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में कांग्रेस को मजबूत करने के लिए दिए गए सुझाव से भी सभी सदस्यों को अवगत कराया।
पहले यह बैठक कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल के आवास पर होनी थी लेकिन ऐन मौके पर इसे आजाद के निवास पर स्थानांतरित कर दिया गया। इसके पीछे हाल ही में एक साक्षात्कार में कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल के बयान को कारण माना जा रहा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने अपने साक्षात्कार में कांग्रेस में गांधी परिवार के नेतृत्व पर सवाल खड़े किए थे।
बैठक में उठी ये मांग
बैठक के पश्चात कांग्रेस के जी-23 नेताओं ने संयुक्त बयान जारी कर कहा कि ’भाजपा का मकाबला करने के लिए कांग्रेस पार्टी को मजबूत करना जरूरी है। हम कांग्रेस पार्टी से 2024 के लिए एक विश्वसनीय विकल्प का मार्ग प्रशस्त करने के लिए एक मंच बनाने के लिए अन्य समान विचारधारा वाली ताकतों के साथ बातचीत शुरू करने की मांग करते हैं।’
सोनिया से मिल सकते हैं आजाद
माना जा रहा है कि गुलाम नबी आजाद पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात कर सकते हैं। मुलाकात के समय राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के भी मौजूद रहने की उम्मीद है। इस बैठक में कांग्रेस नेता आनंद शर्मा, कपिल सिब्बल, संदीप दीक्षित, मनीष तिवारी, शंकर सिंह वाघेला, मणिशंकर अय्यर, भूपेंद्र सिंह हुड्डा और शशि थरूर सहित कई नेताओं ने भाग लिया। बैठक में इसके अलावा भी कई नेताओं को आमंत्रित किया गया था।
संगठन में पूर्ण बदलाव की मांग
जी-23 पार्टी में लगातार चुनावी हार के बाद संगठन में पूर्ण बदलाव की मांग कर रहा है। हाल ही में कांग्रेस को पांच राज्यों में हार का सामना करना पड़ा था, जिसके बाद कांग्रेस कार्यसमिति में सोनिया गांधी ने इस्तीफे की पेशकश की थी।