तमिलनाडु के मंत्री और डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन की सनातन धर्म को लेकर दिए गए विवाद पर मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। उनके इस बयान पर जहां भाजपा हमलावर है, वहीं कांग्रेस भी किनारा करती नजर आ रही है। इसके साथ ही देश के संत समाज भी उनकी खुलकर आलोचना कर रहा है।
आपराधिक मामला दर्ज करने की मांगी मंजूरी
इस बीच तमिलनाडु भाजपा के सचिव ए.अश्वाथमन ने प्रदेश के राज्यपाल आरएन रवि से उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ सनातन धर्म को लेकर दिए गए बयान पर आपराधिक मामला दर्ज करने की इजाजत मांगी है। ए.अश्वाथमन भाजपा प्रदेश सचिव ने जीआरपीसी 197 के तहत पत्र लिखकर यह परमिशन मांगी है।
TamilNadu @BJP4TamilNadu Secy @asuvathaman has sought permission from @rajbhavan_tn RN Ravi to prosecute @arivalayam‘s #RiceBag dynanst @Udhaystalin u/s IPC 153, 153A, 295, 295A, 296, 298, 499, 504, 505 for his obnoxious statement against #SanatanaDharma @annamalai_k #DimwitUdhay pic.twitter.com/shVUJZzndO
— Legal Rights Observatory- LRO (@LegalLro) September 3, 2023
सनातन धर्म का अपमान
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने वोट बैंक के लिए विपक्षी गठबंधन पर सनातन धर्म का अपमान करने का आरोप लगाया। शाह ने कहा, “पिछले दो दिनों से, भारत गठबंधन सनातन धर्म का अपमान कर रहा है। डीएमके और कांग्रेस के नेता सिर्फ वोट बैंक की राजनीति के लिए सनातन धर्म को खत्म करने की बात कर रहे हैं। यह पहली बार नहीं है, जब उन्होंने हमारे सनातन धर्म का अपमान किया है।” शाह चुनावी राज्य राजस्थान में एक रैली को संबोधित कर रहे थे। शाह ने कहा,“आज, कांग्रेस पार्टी कहती है कि अगर मोदी जीतेंगे, तो सनातन शासन करेगा। राहुल गांधी ने कहा कि हिंदू संगठन लश्कर-ए-तैयबा से भी ज्यादा खतरनाक हैं।”
मोदहब्बत की दुकान फैला रही है नफरत
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि उदयनिधि का बयान विपक्षी गठबंधन की राजनीतिक रणनीति का हिस्सा है। नड्डा ने कहा,“उन्हें ऐसे बयान देने में कोई झिझक नहीं है… क्या उदयनिधि का बयान भारत गठबंधन की राजनीतिक रणनीति का हिस्सा है… क्या आप आगामी चुनावों में इस हिंदू विरोधी रणनीति का उपयोग करने जा रहे हैं… आपने कई बार साबित किया है कि आप हमारे देश से जुड़ी हर चीज से नफरत हैं और आपकी ‘मोहब्बत की दुकान’ नफरत फैला रही है।”, उन्होंने मध्य प्रदेश के चित्रकूट में एक रैली को संबोधित करते हुए बात कही।
वोट बैंक की राजनीति
केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने उदयनिधि के बयान को “बिगड़ैल बच्चे का उत्कृष्ट उदाहरण” बताया। उन्होंने कहा, “उदयनिधि स्टालिन एक बिगड़ैल बच्चे के एक उत्कृष्ट उदाहरण हैं, एक ऐसा व्यक्ति, जिसने अपने जीवन में एक दिन भी ईमानदारी से काम नहीं किया है, वह ऐसे तथ्यों के बारे में बात कर रहा है, जो बहुत महत्वपूर्ण और गंभीर है।आई.एन.डी.आई.ए. -यूपीए का यह स्वभाव है, चाहे वह कांग्रेस के राहुल गांधी हों, द्रमुक के उदयनिधि स्टालिन हों, सपा के अखिलेश यादव हों या पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के भतीजे हों। सभी वंशवादी परिवार लगातार आस्था का अपमान करते हैं ताकि वे उस अल्पसंख्यक वोट बैंक पर कब्जा रख सकें। वे उनके वोटों पर निर्भर हैं।”
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सोच-समझकर दिया गया बयान
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और संसद सदस्य (सांसद) सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, “उदयनिधि स्टालिन के बयान अलग से नहीं दिए गए हैं। पिछले कुछ समय से आई.एन.डी.आई.ए. की ओर से हमला स्पष्ट दिखाई दे रहा है। यू स्टालिन ‘सनातन धर्म के उन्मूलन’ पर एक सम्मेलन में भाग ले रहे थे, उस समय उन्होंने ये टिप्पणियां कीं। ऐसा नहीं है कि उन्होंने वही कहा जो वे चाहते थे बल्कि वे एक पेपर पढ़ रहे थे। इसका मतलब यह है कि यह सोच-समझकर दिया गया बयान था। ध्यान देने वाली बात ये है कि सनातन धर्म पर यह हमला आई.एन.डी.आई.ए. की मुंबई बैठक के ठीक 24 घंटे बाद किया गया।
दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में त्रिवेदी ने सर्वोच्च न्यायालय से इस मामले पर संज्ञान लेने का भी आग्रह किया। उन्होंने कहा, “सुप्रीम कोर्ट ने एक टिप्पणी की थी कि वे नफरत फैलाने वाले भाषण पर स्वत: संज्ञान लेंगे। इसलिए मुझे उम्मीद है कि शीर्ष अदालत इस पूरी तरह से असंदिग्ध और हिंसा भड़काने वाले नफरत भरे भाषण पर उचित कदम उठाएगी।”
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राहुल गांधी पर भी हमला
कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला करते हुए त्रिवेदी ने कहा, ”मैं राहुल गांधी को याद दिलाना चाहता हूं कि अपनी तथाकथित भारत जोड़ो यात्रा के दौरान, जब वह तमिलनाडु से गुजर रहे थे, तब उनके साथ जॉर्ज पुनिया भी थे। उन्होंने खुले तौर पर कहा था कि वे जूते इसलिए पहनते हैं क्योंकि वे भारत माता की भूमि को अपवित्र मानते हैं और इस अपवित्र भूमि पर वे अपने पैर नहीं रखना चाहते। ये है ‘मोहब्बत की दुकान’ का असली चेहरा है। ये वोट बैंक की राजनीति के अलावा कुछ नहीं है।”