इजरायल के पूर्व प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्याहू के प्रधानमंत्री पद गंवाने के बाद से उनकी राजनीति पर संकट के बादल गहराने लगे हैं। हालांकि उन्होंने उन रिपोर्ट्सों का खंडन किया है, जिसमें कहा गया है कि उन्हें राजनीति छोड़ने को मजबूर किया जा रहा है। रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि उन पर लगे आरोपों को चुनाव न लड़ने के समझौते के तहत सुलझाया जा सकता है। उन्होंने साफ किया कि वह लिकुड पार्टी के नेता बने रहेंगे।
बता दें कि नेतन्याहू 2009 से 2021 तक इजरायल के प्रधानमंत्री रहे हैं। उन पर रिश्वतखोरी, धोखाधड़ी और विश्वास भंग करने का मुकदमा चल रहा है। हालांकि उन्होंने इस तरह के आरोपों से इनकार किया है।
चुनाव लड़ने पर रोक संभव
इजरायली मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बेंजामिन नेतन्याहू पर लगे आरोप अगर साबित होते हैं तो उन पर सात साल तक चुनाव लड़ने पर बैन लगाया जा सकता है।
नेतान्याहू का दावा
नेतान्याहू ने कहा है कि हाल के दिनों में मीडिया में झूठे दावे छापे गए हैं कि मैं आरोपों को लेकर समझौता कर रहा हूं, यह एकदम गलत है। मैं लिकुड पार्टी से जुड़ा हुआ हूं और पार्टी को लीड करता रहूंगा।
सालों चल सकता है ट्रायल
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स बताती हैं कि नेतान्याहू पर जारी ट्रायल अभी कई महीनों तक चल सकता है और इसमें अगर अपील प्रक्रिया को जोड़ दिया जाए तो सालों लग सकते हैं।