क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान बने सऊदी अरब के प्रधानमंत्री, इन कारणों से रहे हैं चर्चा में

मोहम्मद बिन सलमान मात्र केवल 36 वर्ष के हैं। उनके बुजुर्ग पिता किंग सलमान ने मोहम्मद बिन सलमान को सऊदी अरब की सत्ता सौंपने बद बात सामने आई थी।

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हमेशा अपने कामों व उदारवारी नीतियों से चर्चा में रहने वाले सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान एक बार फिर चर्चा में हैं, इस बार वे प्रधानमंत्री नियुक्त जाने पर चर्चा में हैं। सऊदी अरब के किंग सलमान बिन अब्दुलअज़ीज़ अल सऊद ने 27 सितंबर को क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान को प्रधानमंत्री के रूप में नियुक्त करने के लिए एक शाही फरमान जारी किया।

कुछ दिनों पहले ही क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश के राष्ट्रपति जो बाइडन को अपनी ताकत के आगे झुकने के लिए मजबूर कर दिया था। क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने सत्ता में आने के बाद आर्थिक,सामाजिक और धार्मिक सुधार कर एक रूढ़िवादी तेल महाशक्ति को पलटकर रख दिया है।

बाइडन ने की थी अरब की आधिकारिक यात्रा
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के अरब की आधिकारिक यात्रा करनी पड़ी थी, जिसे प्रिंस सलमान की जीत बताया गया था। सऊदी अरब के शक्तिशाली क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान चार साल पहले पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या पर अंतरराष्ट्रीय आक्रोश से बेपरवाह होकर उभरे।

खशोगी की हत्या को लेकर प्रिंस सलमान से नाराज थे बाइडेन
जो बाइडेन ने भी सऊदी अरब के शक्तिशाली क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान पर खशोगी की हत्या का आदेश देने का आरोप लगाया था।

कौन हैं मोहम्मद बिन सलमान?
मोहम्मद बिन सलमान मात्र केवल 36 वर्ष के हैं। उनके बुजुर्ग पिता किंग सलमान ने मोहम्मद बिन सलमान को सऊदी अरब की सत्ता सौंपने बद बात सामने आई थी। माना जा रहा है किंग सलमान का स्वास्थ्य ठीक नहीं रहने के कारण देश की कमान अघोषित रूप से प्रिंस सलमान के हाथों में ही रहती है। उन्होंने न सिर्फ अपने देश, बल्कि विदेशों में भी अपनी छाप छोड़ी है। उन्होंने एक सशक्त विदेश नीति को अपनाया, जिसने सऊदी के वर्चस्व को कई गुना बढ़ा दिया।

शाही परिवार की बगावत को दबाया
2015 में मोहम्मद बिन सलमान के सऊदी अरब का क्राउन प्रिंस बनते ही शाही परिवार में बगावत शुरू हो गई थी। लेकिन प्रिंस सलमान ने इस बगावत को सफलता पूर्वक दबाया और इसकी शुरुआत करने वाले अपने प्रतिद्वंदियों को हाशिए पर डाल दिया। उन्होंने 2017 में तख्तापलट की कोशिश करने वाले अपने एक चचेरे भाई को भी सबक सिखाया था। उन्होंने चंद दिनों में सऊदी सेना और खुफिया एजेंसियों पर भी अपना कब्जा जमा लिया। इसके बाद उन्होंने कई शाही और अन्य प्रमुख सउदी लोगों को गिरफ्तार किया। उन्हें भ्रष्टाचार विरोधी अभियान में रियाद के रिट्ज-कार्लटन होटल में महीनों तक कैद रखा गया।

ऐतिहासिक सुधार कर बनाया मुरीद
प्रिंस सलमान ने ने सउदी के लिए रोजगार पैदा करने और वित्तीय सुधारों को शुरू करने के लिए नए उद्योगों को विकसित करने के उद्देश्य से व्यापक बदलावों की घोषणा थी। उनके हाई प्रोफाइल सामाजिक सुधारों में सिनेमा और सार्वजनिक मनोरंजन की अनुमति की पहल शामिल है। उन्होंने सऊदी अरब में महिलाओं के ड्राइविंग पर लगे प्रतिबंध को भी समाप्त कर दिया। प्रिंस सलमान सऊदी अरब के युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय भी हैं।

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