Delhi: दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की कमान संभालने के बाद भी मुख्यमंत्री की कुर्सी पर न बैठने पर दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कटाक्ष किया है और पूछा है कि क्या वह नौटंकीबाजी और चमचागिरी करने आई हैं।
चरित्र के अनुसार दिखावा
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि आज फिर एक बार आम आदमी पार्टी (आआपा) ने अपने चरित्र के अनुसार दिखावा किया है और भ्रष्टतंत्र पर पर्दा डालने का प्रयास किया है। यही पार्टी का वास्तविक चेहरा है; जिस नौटंकीबाज़ी और चमचागिरी को करने में आतिशी लगी हैं, इस तरह सरकारें नहीं सिर्फ़ नौटंकी कंपनियां चलती हैं।
संविधान के साथ खेलने की कोशिश
सचदेवा ने कहा कि आतिशी मार्लेना ने आज संविधान के साथ खेलने की कोशिश की है, जिस तरह से उन्होंने 2 कुर्सी दिखाई है, ये सीधा-सीधा संवैधानिक नियमों का उल्लंघन है, संवैधानिक पद का मजाक बनाना है। एक संवैधानिक पद पर बैठे मुख्यमंत्री को शोभा नहीं देता। आम आदमी पार्टी (आआपा) नेता चमचागिरी की पराकाष्ठा में यहाँ तक गिर गई हैं कि उन्हें संवैधानिक नियमों और कायदे क़ानून का ज्ञान तक नहीं है।
चमचागिरी मुख्यमंत्री की कुर्सी और कार्यालय में नहीं
उन्होंने कहा कि आपको चमचागिरी करनी है तो आप स्वतंत्र हैं, लेकिन कम से कम मुख्यमंत्री की कुर्सी और कार्यालय को छोड़कर यह सब कीजिए। एक भ्रष्टाचारी जो कि जमानत पर छूटा है आपकी चमचागिरी ईमानदारी का टैग लगाकर उसे ईमानदार साबित नहीं कर पाएंगी।
सचदेवा ने पूछा सवाल
सचदेवा ने कहा कि 23 सितंबर को आपका पहला दिन था, आपको बताना चाहिए था कि दिल्ली वालों के लिए आपका विजन क्या है?, कैसे दिल्ली की सड़कें ठीक होंगी?, कैसे बिजली के बढ़े हुए बिल वापस होंगे?, कैसे लोगों को पीने का पानी मिलेगा?, जो मार्शल आआपा ने निकाल दिए हैं उनकी नौकरी कैसे पक्की होगी?, संविदा शिक्षक व स्वास्थ्य विभाग में जिन्हें आपने पक्का करने का वादा किया था उन्हें पक्का कैसे किया जाएगा, आपको ये सब बात करनी चाहिए थी।
कांग्रेस भी हमलावर
दूसरी ओर दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने भी आपत्ति जाहिर की है। देवेंद्र ने कहा कि भ्रष्टाचार के मामले में जेल में रह कर आए नेता अरविंद केजरीवाल की तुलना भगवान राम से किया जाना आपत्तिजनक है । उन्हाेंने कहा कि आतिशी ने हद कर दी, जो उम्मीदें दिल्ली के लोगों को इस सरकार से थी, वो आज पूरी तरह से खत्म हो गईं। आप भूल गईं कि यह वो दिल्ली है, जिसको महिला सशक्तीकरण की अप्रतिम उदाहरण शीला दीक्षित ने प्रगति के नए आयाम पर पहुंचाया था। दिल्ली के लिए और देश की समस्त नारी शक्ति के लिये आज बेहद दुर्भाग्यपूर्ण दिन है।
डमी सीएम हैं आतिशी
कांग्रेस के अध्यक्ष देवेंद्र ने कहा कि आतिशी ने खुद अपने आप को डमी सीएम के रूप में पेश किया है। आज इस हरकत से साबित हो गया कि लोगों को दिल्ली की मुख्यमंत्री से कोई उम्मीद नहीं रखनी चाहिए।
उल्लेखनीय है कि आतिशी ने 23 सितंबर से मुख्यमंत्री पद की कमान संभाली लेकिन वह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठीं। आतिशी ने कहा कि केजरीवाल फिर दिल्ली के मुख्यमंत्री बनेंगे, तब तक मुख्यमंत्री की कुर्सी उनका इंतजार करेगी।
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