Delhi Assembly Elections: दिल्ली भाजपा ने केजरीवाल पर आरोप लगाया है कि चुनाव जीतने के लिए एक तरफ दिल्ली सरकार फर्जी योजनाओं का जोरशोर से प्रचार कर रही है तो दूसरी तरफ फर्जी लोगों के फर्जी आधार कार्ड से वोट बैंक तैयार कर रही है।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने जिन घरों में फर्जी मुस्लिम वोट बने हैं, उन घरों के हिन्दू मालिकों को सामने लाकर खुलासा किया कि जिन घर में 5 सदस्य हैं, उनके घर में 5 से 60 तक फर्जी मुस्लिम वोट जोड़ दिए गए हैं।
मुस्लिम वोट बैंक तैयार करने का आरोप
भाजपा नेता और चुनाव समिति में लीगल कार्यों को देख रहे अधिवक्ता संकेत गुप्ता ने कहा कि चुनाव जीतने के लिए अरविंद केजरीवाल अपने विधायकों के साथ मिलकर पिछले 10 साल में फर्जी वोटर्स बनाने का गंदा खेल खेल रहे हैं। भाजपा नेता ने कहा कि इतिहास सामने है कि हर बार विधानसभा चुनाव से पहले लाखों मुस्लिम वोटर्स जोड़े जाते हैं। इस बार रोका तो भी रोज मुस्लिम नामों के आनलाइन वोटर फार्म भरे जा रहे हैं।
8 महीने में 14 लाख वोटर्स
2014 लोकसभा चुनाव में वोटर्स की संख्या लगभग 1,19,00,000 थी जो 2015 विधानसभा चुनाव में 14 लाख बढ़कर 1,33,00,000 वोटर्स हो गई थी। यानी सिर्फ़ 8 महीने में 14 लाख वोटर्स बढ़ गए। फिर अगले 4 सालों में यानी 2019 लोकसभा चुनाव में 6 लाख वोट बढ़ गए और कुल 1,39,00,000 वोटर्स हो गए। फिर 2020 विधानसभा चुनाव में यानी सिर्फ़ 8 महीने के अंदर वोटर्स संख्या 1, 48,00,000 के पार जा पहुंची यानि 9 लाख वोटर्स और बढ़ गये।
एक बार फिर गंदा खेल
एक बार फिर से दिल्ली में वही खेल अरविंद केजरीवाल सरकार द्वारा खेला जा रहा है। लाखों फार्म गत महीनों में भी भरे गये पर भाजपा की सजगता के चलते वह वोट बन नही पाये और अब फिर रोजाना हजारों आनलाइन वोट अर्जी लग रही हैं और हम चुनाव आयोग से मांग करते है की दिल्ली में नये वोट बनने के अर्जियों की पूरी जांच हो।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष का आरोप
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है की शाहीन बाग पुलिस स्टेशन में दिल्ली इलेक्शन कमीशन ने फर्जी वोट बनवाने के ख़िलाफ़ एफ आई आर दर्ज कराई है। चार अभियुक्तों के नामजद एफ़ आई आर में जमील आलम, किशुनिक, मोहम्मद नईम और शबाना खातून के नाम शामिल है।
उन्होंने कहा कि भाजपा बार बार कह रही है कि वो लोग जो दिल्ली के मतदाता नहीं है, जिनकी मृत्यु हो गई है या जो लोग घर छोड़कर चले गए उनका वोटर्स लिस्ट में क्या काम है। दिल्ली में नक़ली दस्तावेज , नक़ली आधारकार्ड नक़ली वोटर कार्ड बनाने का खेल चल रहा है।
हर उम्र के लोग शामिल
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि जिन लोगों के वोट बन रहे हैं वे 18 साल के नहीं बल्कि उनकी उम्र 55 साल, 48 साल से लेकर 80 साल तक के लोगों के नाम शामिल हैं। सचदेवा ने ऐसे नामों की अलग अलग विधानसभाओं से आए लोगों के माध्यम से साक्ष्य रखा जिनके घर के पते पर 50 से अधिक वोट बन गए हैं और उन्हें इसकी जानकारी तक नहीं दी गई थी।
Reserve Bank Report: भारतीय बैंकों की वित्तीय स्थिति में सुधार, बकाया ऋण राशि भी बेहतर
तुगलकाबाद विधानसभा से आए मोहित मावी के घर के पते पर मोहम्मद सुलेमान , इमरान ख़ान आदि नाम से सात वोट बनाये गए हैं, इसके अलावा अंकुर के घर पर जो तीखंड में रहते हैं 10 वोट हैं लेकिन जुनैद आलम, मोहम्मद अजगर जैसे 14 अन्य फर्जी वोट बनाये गए है। इतना ही नहीं दीपक जिनके घर में सिर्फ 5 लोगों का वोट है लेकिन उनके घर के पते पर तो 60 अतिरिक्त फर्जी वोटर्स बनाए गए हैं।
इसके अलावा निरंजन बिधूड़ी छुरिया मोहल्ला के निवासी हैं और उनके घर में कोई नहीं रहता लेकिन 64 लोगों के नाम वोटर लिस्ट में नाम है।
कालकाजी विधानसभा के नवजीवन कैंप में रहने वाले हिमांशु के घर में पांच लोग रहते हैं लेकिन उनके घर में 55 फर्जी वोट बने हुए हैं।
कानूनी कार्रवाई की मांग
सचदेवा ने कहा कि यह है अरविंद केजरीवाल सरेआम लोकतंत्र की हत्या कर रहे हैं, क्योंकि फर्जी वोट बनवाना और उन वोटर्सों को पालना अरविंद केजरीवाल की पुरानी गंदी राजनीति का भाग है। उन्होंने कहा कि दिल्ली भाजपा इसकी शिकायत इलेक्शन कमीशन में करके इस बात को उठाएगी और साथ ही जो लोग इन फर्जी कामों को कर रहे हैं उन्हें, संबंधित अधिकारी और नेताओं के ऊपर भी कानूनी कार्रवाई की जाए। वोटर लिस्ट की समझ होनी चाहिए।