तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और राज्य सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म पर दिए विवादित बयान को लेकर दिल्ली में घमासान है। उन्होंने सनातन धर्म की तुलना मलेरिया, डेंगू और कोरोना वायरस से करते हुए इसे नष्ट करने की अपील की है।
इस बयान के विरोध में 4 सितंबर को चाणक्यपुरी स्थित तमिलनाडु भवन में दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने प्रधान रेजिडेंट कमिश्नर के माध्यम से तमिलनाडु के मुख्यमंत्री को विरोध पत्र सौंपा। भाजपा सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा, रमेश बिधूड़ी, मनोज तिवारी, डॉ. हर्षवर्धन ने भी उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
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सनातन धर्म का विरोध देश के 140 करोड़ जनता का अपमान
भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी ने कहा कि “तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के बेटे ने किस तरह से सनातन धर्म को डेंगू-मलेरिया बताया हैं। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि आप लोग भाजपा पार्टी का विरोध करें, भाजपा के नेताओं का विरोध करें, लेकिन इतना विरोध नहीं करें कि आप लोग पूरे हिंदुओं के सनातन का ही विरोध करने पर उतर आएं। देश की 140 करोड़ जनता इसका जवाब देगी।”