Supreme Court: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तिहाड़ जेल से छूट गए। लेकिन उनके बोल नहीं बदले। हालांकि अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत मिली है और शराब घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले में गिरफ्तार केजरीवाल को 2 जून को आत्मसमर्पण करना होगा तथा वापस जेल जाना होगा। लेकिन क्या दिल्ली और पंजाब में मतदान के समय जेल से बाहर आए केजरीवाल अपनी पार्टी को जीत दिला सकेंगे ? यह एक बड़ा सवाल है, क्या शराब नीति घोटाले में आरोपी केजरीवाल को सहानुभूति मिलेगी?
केजरीवाल की रिहाई का चुनाव पर असर?
केजरीवाल करीब 50 दिन बाद जेल से बाहर आए और इन 50 दिनों में वह काफी सुर्खियों में रहे। लोकसभा चुनाव 2024 के तीन फेज की वोटिंग हो चुकी है और चार पेज के मतदान होने बाकी हैं। दिल्ली में 25 मई में को छठे फेज में मतदान होगा। आम आदमी पार्टी दिल्ली की पांच सीटों पर चुनाव लड़ रही है, दो सीटें कांग्रेस को मिली है, क्योंकि आम आदमी पार्टी कांग्रेस के साथ गठबंधन करके लोकसभा चुनाव लड़ रही है। इस बीच केजरीवाल को जमानत मिलने से लोकसभा चुनाव 2024 पर असर पड़ सकता है? चर्चा है कि उन्हें सहानुभूति वोट मिल सकते हैं, लेकिन शराब नीति घोटाले में उनकी गिरफ्तारी के बाद केजरीवाल की छवि काफी खराब हो गई है। इसका लाभ भाजपा को मिल सकता है।
सर्वोच्च न्यायालय का फैसला
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि केजरीवाल को अंतरिम जमानत देने से कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा। पीठ ने कहा कि ईडी ने सूचना रिपोर्ट अगस्त 2022 में दर्ज की थी, जबकि मुख्यमंत्री को इस साल 21 मार्च को गिरफ्तार किया गया। न्यायालय ने ईडी से कहा कि वे डेढ़ साल तक बाहर रहे। उन्हें पहले या बाद में गिरफ्तार किया जा सकता था। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ।
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खुशी से लबरेज आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता
केजरीवाल की रिहाई के आदेश के बाद आईटीओ स्थित आम आदमी पार्टी के कार्यालय में जश्न मनाया गया। जेल के ताले टूट गए’ केजरीवाल की छूट गए’जैसे नारे लगाए गए।