CM Atishi: दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी का विवादों से रहा है पुराना नाता, सरनेम सहित हैं ये चार विवाद

दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आतिशी का विवादों से पुराना नाता रहा है। फिलहाल वह दिल्ली की मुख्यमंत्री बन गई हैं लेकिन विवाद उनका पीछा छोड़ने को तैयार नहीं हैं।

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CM Atishi: दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने वर्ष 2018 में पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर अपने ट्विटर हैंडल से लेकर सभी प्रचार करने वाली जगहों से अपना सरनेम मार्लेना हटा लिया था। यह कहा गया था कि भाजपा ने उनके इसाई होने की बात फैलाई है। सरनेम को हटाने के बाद आतिशी ने कहा था कि वह भाजपा को इस मुद्दे पर चुनाव का ध्रुवीकरण करने से रोकना चाहती थीं।

इसके आलावा अन्य विवादों से भी दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आतिशी का नाता रहा है। फिलहाल वह दिल्ली की मुख्यमंत्री बन गई हैं लेकिन विवाद उनका पीछा छोड़ने को तैयार नहीं हैं।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में रो पड़ी थीं आतिशी
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में आतिशी एक संवाददाता सम्मेलन में रो पड़ी थीं। ‌ आतिशी ने पूर्व भाजपा सांसद गौतम गंभीर पर उनके खिलाफ अश्लील और अपमानजनक टिप्पणी करने वाले पर्चे बांटने का आरोप लगाया था। लेकिन गंभीर ने इन आरोपों से इनकार किया था।

अफजल गुरु से कनेक्शन
आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने कहा है कि दिल्ली की सीएम एक ऐसी महिला हैं, जिनके माता-पिता आतंकी अफजल गुरु को बचाने के लिए लड़े थे।। स्वाति मालीवाल ने कहा है कि आतंकी अफजल से रिश्तों पर मुख्यमंत्री आतिशी को जवाब देना होगा।

एसएआर गिलानी से संबंध
स्वाति मालीवाल ने आतिशी पर एक और गंभीर आरोप लगाया था। मालीवाल ने दावा किया था कि आतिशी के माता-पिता का संबंध वर्ष 2001 में संसद हमले वाले मामले में सुप्रीम कोर्ट से बरी किये गये एसएआर गिलानी के साथ था।

एक मंत्री के रूप में असफल रही हैं आतिशी : वीरेंद्र सचदेवा
दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि आतिशी के मुख्यमंत्री बनने से सिर्फ चेहरा बदला हे, सरकार का चरित्र नही बदला है और सरकार वो ही है तो भ्रष्टाचार, अक्रमणयता, आरजकता भी बदस्तूर जारी रहेंगे।

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सीएम सरकारी आवास ‘शीशमहल’ को जनता के लिए खोले
विपक्षी दल के नेताओं ने दिल्ली के मुख्यमंत्री आतिशी से मांग की है ‌कि वे सबसे पहले निवर्तमान मुख्यमंत्री केजरीवाल के शीशमहल बंगले को जनता के लिए खोलें ताकि आम जनता देख सके कि कैसे जनता को लूट कर 60 करोड़ से अधिक का यह महल कोविड काल में बनाया गया।

 

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