Query for cash: दिल्ली उच्च न्यायालय(Delhi High Court) ने तृणमूल कांग्रेस पार्टी सांसद महुआ मोइत्रा(Trinamool Congress Party MP Mahua Moitra) की ओर से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे(BJP MP Nishikant Dubey) और वकील अनंत देहादराय के खिलाफ दायर मानहानि याचिका(Defamation petition filed against lawyer Anant Dehadrai) पर सुनवाई करते हुए फैसला टाल दिया है। जस्टिस सचिन दत्ता ने फैसला सुरक्षित रखने का आदेश दिया।
यह है मामला
लोकसभा(Lok Sabha) ने 8 दिसंबर को महुआ मोइत्रा की लोकसभा सदस्यता खत्म(Lok Sabha membership ended) कर दी थी। संसद की एथिक्स कमेटी(Ethics Committee) ने महुआ मोइत्रा को पैसे लेकर सवाल पूछने के आरोप को सही मानते हुए संसद की सदस्यता खत्म करने की अनुशंसा की थी। महुआ मोइत्रा पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने पैसे लेकर सवाल पूछने का आरोप लगाया था। मोइत्रा पर आरोप था कि उन्होंने एक कारोबारी दर्शन हीरानंदानी से पैसे लेकर अडानी के बारे में सवाल पूछे थे और अपना लॉग-इन पासवर्ड(login password) भी हीरानंदानी से साझा किया था।
झूठे आरोप लगाने की शिकायत
महुआ मोइत्रा की याचिका में कहा गया है कि निशिकांत दुबे और देहादराय ने उन पर झूठे आरोप लगाया है कि उन्होंने पैसे लेकर संसद में सवाल पूछे। निशिकांत दुबे ने 15 अक्टूबर को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर महुआ मोइत्रा पर आरोप लगाया है कि उन्होंने दर्शन हीरानंदानी से पैसे और उपहार लेकर संसद में सवाल पूछे। इनमें से कुछ सवाल अडानी समूह से जुड़े हुए थे, जो हीरानंदानी का बाजार में प्रतिस्पर्धी है। दुबे को वकील देहादराय ने पत्र लिखकर बताया कि उन्होंने सीबीआई से इस बात की शिकायत की है कि महुआ मोइत्रा ने हीरानंदानी से पैसे लेकर संसद में सवाल पूछे। देहादराय ने अपनी शिकायत के समर्थन में सीबीआई को साक्ष्य भी पेश किया था।
Corona जे एन -1 वेरिएंट को लेकर नीति आयोग ने कही ये बात, लोगों को दी यह सलाह
ऑनलाइन अकाउंट का एक्सेस देने का आरोप
देहादराय ने दावा किया है कि महुआ मोइत्रा ने हीरानंदानी(Hiranandani) को लोकसभा के ऑनलाइन अकाउंट का एक्सेस दिया था, जिसका हीरानंदानी ने अपनी मनपसंद सवाल पूछने के लिए दुरुपयोग किया। महुआ मोइत्रा ने इस आधार पर 50 से 61 सवाल पूछे थे। महुआ मोइत्रा ने दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर करने से पहले निशिकांत दुबे, देहादराय और मीडिया संगठनों को लीगल नोटिस भेजा था। महुआ मोइत्रा ने याचिका में कहा है कि निशिकांत दुबे और देहादराय ने उनके खिलाफ झूठे आरोप लगाकर उनकी छवि को धूमिल करने की कोशिश की है।