Delhi politics: दिल्ली भारतीय जनता पार्टी (Delhi Bharatiya Janata Party) (भाजपा) के अध्यक्ष (BJP President) वीरेंद्र सचदेवा (Virendra Sachdeva) के नेतृत्व में पार्टी के सदस्यों और कार्यकर्ताओं ने 21 नवंबर (गुरुवार) को पूर्व मुख्यमंत्री (former Chief Minister) अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के आवास के बाहर बड़ा विरोध प्रदर्शन किया। भाजपा ने विवादित ‘शीश महल’ बंगले (controversial ‘Sheesh Mahal’ bungalow) पर फिजूलखर्ची (wasteful expenditure) के बारे में जवाब मांगा।
यह विवाद उस समय और गहरा गया जब एक सूची जारी की गई जिसमें सोने की परत चढ़ी हुई वस्तुएं, उच्च श्रेणी के फर्नीचर और महंगी सजावट सहित भव्य साज-सज्जा का खुलासा हुआ – कथित तौर पर यह मात्रा लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) द्वारा आपूर्ति की गई मात्रा से कहीं अधिक है।
शीश महल के नित नये घोटालों के विरोध में अरविन्द केजरीवाल के खिलाफ प्रदेश अध्यक्ष श्री @Virend_Sachdeva, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष, एमसीडी में नेता प्रतिपक्ष एवं भाजपा दिल्ली सांसदों के नेतृत्व में विशाल प्रदर्शन। https://t.co/HZ8j9SEmGI
— BJP Delhi (@BJP4Delhi) November 21, 2024
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वीरेंद्र सचदेवा का दावा
वीरेंद्र सचदेवा ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि पीडब्ल्यूडी के दस्तावेजों से पता चलता है कि उसने अरविंद केजरीवाल के 6, फ्लैगस्टाफ रोड बंगले में करोड़ों रुपये की महंगी चीजें मुहैया नहीं कराईं। वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, “शीशमहल में ये सारी महंगी चीजें आपको कहां से मिलीं? क्या ये पंजाब सरकार से आईं, क्या ये शराब घोटाले से आईं या दिल्ली जल बोर्ड से…”
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आप का पक्ष
आम आदमी पार्टी ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा “निष्ठावान ईमानदार” अरविंद केजरीवाल को बदनाम करने के लिए इस तरह की रणनीति अपनाना जारी रख सकती है, लेकिन दिल्ली के लोगों ने उनके “झूठे आरोपों को समझ लिया है, यही वजह है कि ‘केजरीवाल मॉडल’ रिकॉर्ड गति से आगे बढ़ रहा है।” आप ने एक बयान में कहा, “वर्षों तक अपने बंगलों और विशेषाधिकारों से चिपके रहने वाले नेताओं के विपरीत, केजरीवाल ने सभी आवश्यक संवैधानिक मानदंडों का पालन करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देने के बाद आधिकारिक आवास खाली करके एक उदाहरण पेश किया।”
भाजपा ने खर्च पर उठाए सवाल
केजरीवाल के सरकारी आवास को महल जैसा बनाने पर भाजपा लगातार सवाल उठा रही है। पीडब्ल्यूडी के रिकॉर्ड के अनुसार, जब अरविंद केजरीवाल 2022 में बंगले में रहने आए थे, तब केवल बुनियादी साज-सज्जा की आपूर्ति की गई थी। हालांकि, जब उन्होंने 2024 में आवास खाली किया, तो सूची में लाखों रुपये के झूमर और 50 लाख रुपये से अधिक मूल्य के कालीन जैसे सामान पाए गए। सचदेवा ने दावा किया, “वर्ष 2022 में 6, फ्लैगस्टाफ रोड बंगले के नवीनीकरण के बाद पीडब्ल्यूडी ने दैनिक उपयोग के लिए केवल कुछ बुनियादी वस्तुएं ही उपलब्ध कराईं। हालांकि, जब केजरीवाल ने अपना इस्तीफा सौंपने के बाद अंततः आवास खाली कर दिया, तो पीडब्ल्यूडी के अधिकारी वहां अत्यधिक महंगे फर्नीचर देखकर दंग रह गए।”
भाजपा ने की उच्चस्तरीय जांच की मांग
दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने उपराज्यपाल को लिखे पत्र में बंगले में रखी गई “शानदार चीजों” की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। उन्होंने दावा किया कि केजरीवाल द्वारा 2024 में बंगला खाली करने के बाद पीडब्ल्यूडी द्वारा तैयार की गई सूची से पता चला है कि आवास में मौजूद सामान पीडब्ल्यूडी द्वारा 2022 में मूल रूप से उपलब्ध कराए गए सामानों से कहीं अधिक है।
उन्होंने कहा, “अतिरिक्त वस्तुओं में आलीशान और महंगी शौचालय सीटें, प्रीमियम वॉश बेसिन, रिक्लाइनिंग सोफा, महंगे पर्दे, बेहतरीन कालीन, उच्च मूल्य के टेलीविजन सेट और रेफ्रिजरेटर शामिल थे। ये पीडब्ल्यूडी द्वारा आपूर्ति नहीं किए गए थे।” गुप्ता ने कथित “अतिरिक्त वस्तुओं” के स्रोत पर सवाल उठाया। आम आदमी पार्टी ने कहा कि भाजपा ने पार्टी नेताओं, मंत्रियों और विधायकों को निशाना बनाकर आप सरकार के खिलाफ अनगिनत जांच की हैं, यहां तक कि उनमें से कई को “झूठे आरोपों” के तहत जेल भी भेजा है, लेकिन “एक भी रुपये का गलत काम नहीं पाया गया है।
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