Delhi Pollution: पिछले एक दशक में दिल्ली (Delhi) में धूंध और प्रदुषण (smog and pollution) बेहद बढ़ा है। इस बढ़ते प्रदुषण से दिल्ली वालों को गैस चैम्बर जैसे स्थिति का सामना करना पद रहा है।
इस एक दशक में देश की राजधानी में बढ़ते प्रदूषण के साथ इस पर राजनीती भी खूब हुई है। हर साल जैसे ही दिल्ली में सर्दी दस्तक देती है, पूरी दिल्ली- एनसीआर जहरीले धूंध के चादर में ढक जाती है। सवाल यह उठता है कि इस प्रदूषण का जिम्मेदार कौन है?
#WATCH | Air pollution | Delhi CM Atishi says, “…Stubble burning is happening in Punjab, Haryana, Madhya Pradesh, Uttar Pradesh and Rajasthan. Central Government is sitting idle. Today, entire north India has been pushed into a medical emergency. Be it Delhi, Chandigarh,… pic.twitter.com/GjayUtLkPf
— ANI (@ANI) November 18, 2024
सरकार पर जिम्मेदारी थोप
पिछले सालों में दिल्ली की पहले अरविंद केजरीवाल और अब आतिशी के नेतृत्व वाली सरकार ने इसके लिए समय- समय पर सुविधानुसार कभी पंजाब की पराली तो कभी दिवाली पर और कभी केंद्र सरकार पर इसकी जिम्मेदारी थोप दी है। दिल्ली में वायु की गुणवत्ता इस साल भी रिकॉर्ड निम्न स्तर पर पहुंच गई है, और जिम्मेदारी को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू है।
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आप के सूर बदल गए
मुख्यमंत्री आतिशी ने सरकार के बाचवा में इस बार भी वही बातें दोहराई हैं और प्रदूषण के लिए पराली के जलाने को जिम्मेदार ठहराया है। लेकिन पिछले सालों के विपरीत आतिशी ने एक नया रुख अपनाया है, जिसमें उन्होंने राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया हैं। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया है कि सिर्फ दिल्ली नहीं पूरे उत्तर भारत में वायु की गुणवत्ता बेहद ख़राब है और केंद्र सरकार इसके लिए जिम्मेदार है। ध्यान देने वाली बात है कि 2022 में पंजाब में आप की सरकार बनने के बाद से आप के सूर बदल गए हैं। पहले जहां वह पंजाब में पराली जलाने का आरोप लगाती थी, वहीं अब उसका कहना है कि पंजाब में अब पराली कम जलाई जा रही है।
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पंजाब में पराली जिम्मेदार
शोसल मीडिया पार एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि जहां पहले 2018 में तब के दिल्ली के मुखयमंत्री अरविंद केजरीवाल सिर्फ पंजाब के जलते पराली को दिल्ली के प्रदूषण का कारण बता रहें हैं, वहीं वो हरियाण के एक जिले अम्बाला के प्रदूषण में योगदान का जिक्र करते हैं। 1 नवंबर 2018 को टाइम्स ऑफ़ इंडिया की एक रिपोर्ट का शीर्षक है , “दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के लिए पंजाब में पराली जलाना पूरी तरह से जिम्मेदार: केजरीवाल”। इस रिपोर्ट में अख़बार ने केजरीवाल को कोट किया गया है।
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बठिंडा और अमृतसर सहित पंजाब
केजरीवाल ने यहां मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, “यह सैटेलाइट से ली गई तस्वीर है…आप लाल धब्बे देख सकते हैं, जो बठिंडा और अमृतसर सहित पंजाब के कई हिस्सों में पराली जलाने का संकेत देते हैं…इससे अधिक वैज्ञानिक प्रमाण कोई और नहीं हो सकता।”
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