फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ को लेकर मध्य प्रदेश में ट्विटर वार छिड़ गया है। इस फिल्म को लेकर विवादित ट्वीट कर चर्चा में आए आईएएस अधिकारी नियाज खान अब भाजपा के निशाने पर आ गए हैं। वहीं इस ट्विटर वार में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह भी कूद गए हैं।
20 मार्च को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा कि हमें नफरत फैलाने वाले लोगों को मोहब्बत के रास्ते पर लाने के लिए निडर होकर प्रयास करना चाहिए। उन्होंने लेखक राही मासूम रजा का उदाहरण देते हुए लिखा, ‘राही मासूम रजा से जब पहली बार निर्देशक बीआर चोपड़ा ने महाभारत धारावाहिक के संवाद लिखने की पेशकश की थी, तब उन्होंने इसे लिखने से इनकार कर दिया था। दूसरे दिन यह खबर अखबार में छप गई। हजारों लोगों ने चोपड़ा को खत लिखा कि महाभारत लिखवाने के लिए एक मुसलमान ही मिला है। चोपड़ा ने सारे खत राही मासूम रजा के पास भेज दिए। खत देखने के बाद राही मासूम रजा ने चोपड़ा से कहा- अब मैं ही लिखूंगा महाभारत, क्योंकि मैं गंगा पुत्र हूं।’
दिग्विजय सिंह ने लिखाः
दिग्विजय सिंह ने लिखा, ‘रजा ने जब टीवी सीरियल महाभारत लिखा तो उनके घर खतों के अंबार लग गए। लोगों ने खूब तारीफें की। खूब दुआएं दीं। इतने खत आए कि खतों के कई गट्ठर बन गए लेकिन एक बहुत छोटा-सा गट्ठर उनकी मेज के किनारे सब खतों से अलग पड़ा था। जब किसी ने वजह पूछा तो जवाब मिला कि ये वो खत हैं, जिनमें मुझे गालियां लिखी गई हैं। कुछ हिंदू इस बात से नाराज हैं कि तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मुसलमान होकर महाभारत लिखने की? कुछ मुसलमान इसलिए नाराज हैं कि तुमने हिंदुओं की किताब को क्यों लिखा? लेकिन राही साहब का मानना था कि यही छोटी गड्डी दरअसल मुझे हौसला देती है कि मुल्क में बुरे लोग कितने कम हैं।’
आईएएस नियाज खान ट्वीट कर निशाने पर आ गए
उल्लेखनीय है कि नियाज खान के ट्वीट के बाद प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। मंत्री सारंग ने उनके खिलाफ पद की आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत कार्मिक विभाग से पत्र लिख कर करुंगा। इससे एक दिन पहले भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने उन पर पलटवार करते हुए मैदान में आने की चेतावनी दी।
नियाज खान ने ट्वीट कर कहा थाः
दरअसल, मध्य प्रदेश कैडर के आईएएस नियाज खान मंत्रालय में लोक निर्माण विभाग में उपसचिव के पद पर पदस्थ हैं। उन्होंने ट्वीट किया था कि फिल्म ‘पंडितों” का दर्द दिखाती है। उन्हें पूरे सम्मान के साथ कश्मीर में सुरक्षित रहने की अनुमति दी जानी चाहिए। उन्होंने यह भी लिखा कि फिल्म निर्माता को कई राज्यों में बड़ी संख्या में मुसलमानों की हत्या दिखाने के लिए एक और फिल्म बनानी चाहिए। मुसलमान कीड़े नहीं, इंसान और इस देश के नागरिक हैं।