शिवसेना के पूर्व सांसद आनंदराव अडसूल की तबीयत अचानक बिगड़ी गई, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। यह तब हुआ है जब अडसूल की अध्यक्षता वाली बैंक में हुई आर्थिक गड़बड़ी के प्रकरण में प्रवर्तन निदेशालय ने जांच शुरू की है।
प्रवर्तन निदेशालय, सिटी कोऑपरेटिव बैंक में हुई धांधली की जांच कर रहा है। इसके अंतर्गत शिवसेना नेता आनंदराव अडसूल और उनके पुत्र अभिजीत अडसूल को समन जारी किये थे। प्रवर्तन निदेशालय द्वारा यह दूसरा समन जारी किया गया था, जिसके बाद अडसूल की ओर से जांच के लिए उपस्थित न होने की जानकारी दी गई थी।
बैंक धांधली का है प्रकरण दर्ज
सिटी सहकारी बैंक में 98 करोड़ रुपए की धांधली का मामला मुंबई के एन.एम जोशी मार्ग पुलिस थाने में दर्ज किया गया था। इसे आनंदराव अडसूल ने दायर कराया था। यह प्रकरण 56 लोगों को जारी किये गए ऋण के संदर्भ में था, जिसमें ऋण लेनेवालों ने अदायगी नहीं की थी। अडसूल ने इस प्रकरण में वैल्युअर, ऑडिटर्स और बैंक कर्मचारियों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया था। इस प्रकरण को आर्थिक अपराध शाखा के पास कार्रवाई के लिए सौंप दिया गया। एजेंसी ने इसमें प्रीलिमिनरी एन्क्वायरी भी दायर की थी। बाद में इस प्रकरण में ईडी ने जांच शुरु की है।
एजेंसी ने मारा छापा
आनंदराव अडसूल और उनके पुत्र अभिजीत अडसूल ने दिल्ली में पूर्वनियोजित कार्यक्रम के कारण पूछताछ के लिए पेश होने में अक्षमता दिखाई थी। प्रवर्तन निदेशालय ने इसके बाद सोमवार सुबह आनंदराव अडसुल के मुंबई स्थित पश्चिमी उपनगर के घर में छापा मारा। इस दौरान घर में मौजूद आनंदराव अडसूल से पूछताछ भी एजेंसी ने की, बीच में ही शिवसेना नेता की तबीयत बिगड़ गई और उन्हें अस्पताल में ले जाना पड़ा।