उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में 3 अक्टूबर को घटी घटना के बाद सियासत का पारा चढ़ने लगा है। इस कांड में अब तक आठ लोगों के मारे जाने की खबर है। बीती रात किसानों से मिलने लखीमपुर खिरी के लिए रवाना हुई कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को कानून-व्यवस्था बिगड़ने के मद्देनजर सीतापुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उन्हें तड़के 4 बजे हरगांव में गिरफ्तार किया गया।
ये नेता नजरबंद
बहुजन समाज पार्टी के नेता सतीश चंद्र मिश्रा को लखनऊ आवास में नजरबंद कर दिया गया। दूसरी ओर समाजवादी पार्टी प्रमुख और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 4 अक्टूबर को लखीमपुर खिरी जाने की घोषणा की है। लेकिन पुलिस ने पहले से ही उनकी गिरफ्तारी की योजना बना ली है। उनके घर के बाहर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। इनके साथ ही रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने भी 4 अक्टूबर को किसानों से मिलने जाने की घोषणा की है।
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केंद्रीय गृह राज्य मंत्री का आरोप
इस बीच केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा ने किसानों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि किसानों के बीच छुपे हुए असामाजिक तत्वों ने भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं की गाड़ियों पर पथराव किया। उन्होंने उन पर लाठी और डंडों से प्रहार किया। इसके वीडियो हमारे पास हैं। उन्होंने गाड़ियों को नुकसान पहुंचाया और उनमें आग लगा दी। हमारे कार्यकर्ताओं की मौत भी हो गई है। उन्होंने उनकी पीट-पीटकर हत्या कर दी। हमारे तीन कार्यकर्ता और ड्राइवर मारे गए हैं। हम उनके खिलाफ मामला दर्ज कराएंगे। इसमें शामिल सभी लोगों पर धारा 302 के तहत मामला दर्ज कराया जाएगा।
इस बीच किसानों ने प्रशासन क सामने चार मांगें रखी हैंः
– केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त किया जाए।
– अजय मिश्रा के बेटे को गिरफ्तार किया जाए।
– मृतकों के परिजनों को 1-1 करोड़ का मुआवजा दिया जाए।
– मृतकों के परिजनों को सरकारी नौकरी दी जाए।