शिवसेना के नाराज नेता एकनाथ शिंदे ने विधानसभा उपाध्यक्ष नरहरि झिरवल को 37 विधायकों के हस्ताक्षर का समर्थन पत्र भेजा है। एकनाथ शिंदे के इस पत्र को शिवसेना की ओर से 12 विधायकों पर शुरू दलबदल कार्रवाई को चुनौती देनेवाला माना जा रहा है।
एकनाथ शिंदे ने ट्वीट कर शिवसेना की दलबदल कार्रवाई को सिर्फ डराने वाली कार्रवाई बताया है। उन्होंने कहा कि इस तरह की गुमराह करने वाली कार्रवाई को शिवसेना को बंद कर देना चाहिए। कानून का ज्ञान सभी को है। उनके पास दो तिहाई विधायकों का बहुमत है इसलिए शिवसेना का दलबदल कार्रवाई का प्रयास निरर्थक है। बताया जा रहा है कि शिवसेना की ओर 12 विधायकों पर दलबदल कानून के तहत कार्रवाई के प्रयास के बाद शिंदे समर्थक विधायकों का समूह और भी आक्रामक हो गया है और 24 जून शाम तक राज्यपाल को महाविकास आघाड़ी को समर्थन न देने संबंधी पत्र भेजने वाला है। इस संबंध में आगामी रणनीति तय करने के लिए 24 जून एकनाथ शिंदे अपने समर्थन विधायकों से चर्चा करने वाले हैं।
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कार्रवाई संबंधी याचिका दाखिल
उल्लेखनीय है कि 23 जून को शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने विधानसभा उपाध्यक्ष नरहरि झिरवल के पास एकनाथ शिंदे सहित 12 विधायकों के विरुद्ध दलबदल कानून के तहत कार्रवाई संबंधी याचिका दाखिल की है। विधानसभा के उपाध्यक्ष नरहरि झिजवल ने याचिका पर कार्रवाई शुरू कर दी है। इसके बाद एकनाथ शिंदे ने भी विधानसभा अध्यक्ष नरहरि झिजवल, विधान परिषद के उपसभापति रामराजे निंबालकर को 37 शिवसेना विधायकों का समर्थन पत्र भेजा है। इस तरह शिवसेना के नाराज विधायकों की लड़ाई अब कानूनी लड़ाई तक पहुंच गई है।