मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार और चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडे ने 7 अगस्त को संयुक्त रूप से भारत के अगले उपराष्ट्रपति के रूप में जगदीप धनखड़ के चुनाव प्रमाणन पर हस्ताक्षर किए। इसके साथ ही देश के 14वें उपराष्ट्रपति के निर्वाचन की प्रक्रिया पूरी हो गई।
चुनाव आयोग के अनुसार राजपत्र में कार्यक्रम अधिसूचना के प्रकाशन के साथ पांच जुलाई को उपराष्ट्रपति के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हुई थी। इसका समापन 7 अगस्त जगदीप धनखड़ के भारत के चौदहवें उपराष्ट्रपति के रूप में चुनाव प्रमाणन पर हस्ताक्षर के साथ हुआ।
ये भी पढ़ें – रतलाम: इंदौर-बान्द्रा टर्मिनस के बीच चलेगी रक्षाबंधन स्पेशल ट्रेन, ये है
प्रमाणन की हस्ताक्षरित प्रति केंद्रीय गृह सचिव को सौंपी गई। अब इसे 11 अगस्त को नए उपराष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह के समय पढ़ा जाएगा।
चुनाव आयोग ने उपराष्ट्रपति चुनाव के संचालन में उत्कृष्ट सहयोग के लिए रिटर्निंग ऑफिसर, ईसीआई ऑब्जर्वर, दिल्ली पुलिस, सीआरपीएफ की पूरी टीम की सराहना की है।
6 अगस्त को हुए निर्वाचित
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ 6 अगस्त को उपराष्ट्रपति पद के लिए हुए मतदान के बाद आए नतीजों में निर्वाचित घोषित हुए थे। लोकसभा महासचिव एवं उपराष्ट्रपति चुनाव के निर्वाचन अधिकारी उत्पल कुमार सिंह ने देर शाम उनके निर्वाचन की घोषणा की थी।
मार्गरेट अल्वा को दी मात
संसद भवन में आयोजित मतदान कार्यक्रम के बाद शाम को मतगणना हुई। उपराष्ट्रपति चुनाव के नतीजों की घोषणा करते हुए उत्पल कुमार सिंह ने बताया कि जीतने के लिए 346 मत आवश्यक थे। जगदीप धनखड़ को 528 मत प्राप्त हुए जबकि मार्गरेट अल्वा को 182 मत मिले। उन्होंने बताया कि 780 के निर्वाचक मंडल में कुल 725 सदस्यों ने मतदान में भाग लिया। इनमें से 15 के मत अमान्य पाए गए। उपराष्ट्रपति पद के लिए राज्यसभा और लोकसभा के सांसद निर्वाचक मंडल का हिस्सा होते हैं।