आपातकाल तो बीत गया, पर नहीं बदली कांग्रेस की मानसिकता – पीयूष गोयल

गोयल ने कहा कि आपातकाल देश में एक ऐसा दौर था कि मानो देश को वापस किसी ने जकड़ लिया हो। वापस किसी के अधीन हो गया हो। जब इमरजेंसी लागू की गई, उस समय में रहे लोगों को निश्चित ही लगने लगा था कि देश वापस अधीन हो गया है।

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फाइल चित्र

भारतीय जनता पार्टी द्वारा जयपुर शहर के मानसरोवर स्थित एक विद्यालय में आयोजित प्रबुद्ध जन सम्मेलन को संबोधित करते केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि आपातकाल में बिना कोई कानूनी प्रक्रिया एवं कारण के आरएसएस स्वयंसेवकों को जेल में कई महीनों तक बंद कर दिया गया था। संपूर्ण देश की जनता में आत्मविश्वास खत्म सा होता दिख रहा था। आपातकाल का दिन वो काला अध्याय था जो कभी नहीं मिटने वाला है। आजाद भारत के इतिहास का वह दिन था, जिस दिन भारत के लोकतंत्र की हत्या की गई थी।

जैसे देश फिर अधीन हो गया
मुख्य अतिथि के रूप में बोलते गोयल ने कहा कि आपातकाल देश में एक ऐसा दौर था कि मानो देश को वापस किसी ने जकड़ लिया हो। वापस किसी के अधीन हो गया हो। जब इमरजेंसी लागू की गई, उस समय में रहे लोगों को निश्चित ही लगने लगा था कि देश वापस अधीन हो गया है। गोयल ने कहा, इसकी पूर्ण रूप से जिम्मेदार कांग्रेस सरकार रही है। देश के एक लाख चालीस हजार से अधिक कार्यकर्ताओं और राजनीति से जुड़े व्यक्तियों को बिना वजह जेलों में डाल कर यातनाएं दी गई। यह वह दिन थे, जिन्हें हमें कभी भूलना नहीं चाहिए। कहा गया है कि जो इतिहास से सबक नहीं सीख सकते, वह कभी सफल नहीं हो सकते।

कांग्रेस आज भी उन्हीं पदचिह्नों पर
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि जिस कांग्रेस ने देश के स्वतंत्रता संग्राम में सहयोग दिया, वही कांग्रेस आगे चलकर देश की जनता को प्रताड़ित करेगी, ऐसा कभी भारतवर्ष के लोगों ने सोचा भी नहीं था। देश को आजादी के 75 वर्ष होने के बावजूद भी कांग्रेस उन्हीं पदचिह्नों पर चल रही है, जिसको लेकर महात्मा गांधी ने कांग्रेस को आगाह किया था, लेकिन यह कांग्रेस आज भी नहीं सुधरी है और वही कार्य कर रही है, जो देश हित में नहीं है। कांग्रेस को सिर्फ सत्ता का मोह है। कांग्रेस की नीतियां देश की जनता के हित में बिल्कुल भी नहीं है।

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नहीं झुके अटल-आडवाणी, जयप्रकाश
गोयल ने कहा कि आपातकाल के दौरान जयप्रकाश नारायण, अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी जैसे कई वरिष्ठ नेताओं ने देश की जनता और हित में लाठियां खाईं, जेल गए, लेकिन कांग्रेस की अनीति को स्वीकार नहीं किया। विदेशों में बातें होने लगी थी कि इंदिरा इज इंडिया इंडिया इज इंदिरा। कांग्रेस की सोच कभी जनता को सम्मान देने की रही ही नहीं और आज भी वही स्थिति वही ढर्रे पर चलने वाले कांग्रेस के राहुल गांधी को सजा सुनाई गई। ओबीसी पिछड़ा वर्ग जाति का अपमान किया, लेकिन माफी नहीं मांगने के कारण राहुल को सजा हुई।

खुद को वीवीआईपी से भी ऊपर समझते हैं कांग्रेसी
केन्द्रीय मंत्री गोयल ने कहा कि कांग्रेस की सोच एक सामान्य व्यक्ति की सोच नहीं है। वह अपने आपको अलग समझते है। वीवीआईपी से भी ऊपर समझते हैं। आज के परिपेक्ष्य में हम निर्णय लेते हैं तो इतिहास के पन्नों को हमें कभी भूलना नहीं चाहिए। जो इतिहास हमें शिक्षा देता है, सिखाता है, यदि हम उसे नजर अंदाज करें तो उसका भुगतान निश्चित ही हमें भरना होता है। आपातकाल का वो काला दिन बीत गया, गुजर गया, लेकिन कांग्रेस की मानसिकता में कोई परिवर्तन नहीं आया।

जनसंघ ने दिलायी देश के गद्दारों से मुक्ति
उन्होंने कहा कि संघ और जनसंघ के प्रयासों के चलते देश को देश के ही गद्दारों से मुक्त कराया गया। यह जानकारी निश्चित ही देश के हर नागरिकों को होनी चाहिए। कांग्रेस आज भी अपने मूल स्वरूप को हमेशा छिपाने में लगी रहती है, लेकिन कांग्रेस को यह समझ लेना चाहिए कि यह जनता अब मूर्ख नहीं बनने वाली, अब लोग समझदार हैं और कांग्रेस के झूठे बहकावे में नहीं आने वाले है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले नौ वर्षों में देश को ऊंचाइयों की ओर अग्रसर किया है। ऐसे लीडर ने सिर्फ देश में ही नहीं वरन संपूर्ण विश्व में भारत की विश्वसनीयता को बढाया है। इस मौके पर राज्य सभा सांसद घनश्याम तिवारी, सांसद राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ और सांसद रामचरण बोहरा ने भी अपने विचार रखे।

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