बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले हो रहे हैं, गांव जला दिये गए हैं, मंदिर तोड़ दिये गए हैं। इन घटनाओं पर अब अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं उमटने लगी हैं। शेख हसीना के शासन में हो रहे इन हिंसक हमलों पर अब अमेरिका से भी आवाज उठने लगी है।
अमेरिका की पूर्व कांग्रेस सदस्य तुलसी गब्बार्ड ने इस पर चिंता व्यक्त की है। अपने ट्वीट में वे लिखती हैं, मंदिर में ईश्वर के भक्तों पर हुई ऐसी हिंसक घटनाओं को देखकर मैं दिल से आहत हूं। इन जिहादियों को लगता है कि मंदिरों को जलाकर, नष्ट करके और संत एससी भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद की मूर्ति तोड़ने से ईश्वर प्रसन्न हो रहे हैं। यह दिखाता है कि सच में वे ईश्वर से वे कितने दूर हैं। ईश्वर प्यार हैं, उनके सच्चे सेवक विश्व में उस प्रेम को फैलाते हैं। बांग्लादेश की धर्मनिर्पेक्ष सरकार को देश के अल्पसंख्यकों जिसमें हिंदू, ईसाई, बुद्धिष्ट को जिहादी मानसिकता से सुरक्षा देनी चाहिए।
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जिहादियों ने जला डाला
12 से 17 अक्टूबर के बीच बांग्लादेश में कई मंदिर, हिंदुओं की बस्तियों पर इस्लामी जिहादियों द्वारा हमले हुए। यह हिंसक घटनाएं तब शुरू हुई जब इस्लामी कट्टरवादी संगठनों से जुड़े कुछ लोगों ने कुरान को हनुमान जी के पास रख दिया। इसके बाद सोशल मीडिया पर वीडियो और फोटो फेलने लगे। जिसके कारण देश में हिंदुओं पर हमले शुरू हो गए। इन हमलों में जिहादियों ने बांग्लादेश के नोआखली जिले में स्थित इस्कॉन मंदिर को भी नहीं छोड़ा। वहां 15 नवंबर को हमला हुआ।
(1) It broke my heart to see such hate and violence directed towards devotees of God in their temples in Bangladesh. For these jihadists to believe it’s pleasing to God to burn and destroy temples and the murti of such a saintly person … pic.twitter.com/ZJUzlJTGJq
— Tulsi Gabbard 🌺 (@TulsiGabbard) October 20, 2021