Farmer agitation: पंजाब के किसान संगठनों द्वारा 5 मार्च काे चंडीगढ़ कूच की घोषणा को देखते हुए पंजाब पुलिस ने जहां सैकड़ों किसानों को हिरासत में ले लिया है, वहीं सुबह से ही चंडीगढ़ की तरफ से जाने वाले सभी 12 रास्तों को सील कर दिया गया है। पंजाब, हरियाणा व चंडीगढ़ पुलिस द्वारा बॉर्डर की सभी सीमाओं को सील कर वाहनों की जांच की जा रही है।
चंडीगढ़ कूच करने का किया था एलान
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ वार्ता विफल होने के बाद किसानों ने 4 मार्च को चंडीगढ़ कूच का ऐलान किया था। हालांकि इससे पहले ही पंजाब पुलिस ने 4 मार्च को किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल, जोगिंद्र सिंह उगराहां समेत सैकड़ों किसानों को हिरासत में ले लिया। पंजाब में किसान नेताओं की गिरफ्तारी को लेकर राजनीति भी गरमा गई है।
5 मार्च की सुबह ही पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद चरणजीत सिंह चन्नी किसान नेताओं से मुलाकात करने के लिए पुलिस थाने पहुंचे। इस बीच अकाली दल ने किसान नेताओं की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए पंजाब की भगवंत मान सरकार को घेरा है।
धरने की मंजूरी नहीं
इस बीच चंडीगढ़ प्रशासन ने अधिकारिक जानकारी जारी करते हुए कहा कि चंडीगढ़ में किसानों को कहीं भी धरने व प्रदर्शन की मंजूरी नहीं दी गई है। चंडीगढ़ पुलिस ने पंजाब व हरियाणा पुलिस के साथ मिलकर चंडीगढ़ में आने वाले सभी 12 रास्तों को सील कर दिया है। वाहनों की सघन जांच की जा रही है।
आंदोलनकारी किसानों को बीकेयू का निर्देश
वहीं, भारतीय किसान यूनियन (एकता-उगराहां) के प्रधान जोगिंदर सिंह उगराहां ने आंदोलनकारी किसानों से अपील की कि पुलिस जहां रोके, वहीं सड़क किनारे खाली जगह पर बैठ जाएं। उन्होंने कहा कि सड़क जाम करने का आरोप लगा पंजाब पुलिस पर किसानों को बदनाम करने की साजिश रच रही है।