उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में किसान महापंचायत के बाद भाजपा नेताओं ने आंदोलन कर रहे किसानों के खिलाफ विवादित बयान दिया है। उत्तर प्रदेश के बहराइच से भाजपा सांसद लाल गोंड ने किसान नेता राकेश टिकैत को “लुटेरा” करार दिया और उन पर आंदोलन के लिए किसानों के पैसे का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया।
गोंड के बाद कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने भी किसान आंदोलन की आलोचना की है। बोम्मई ने गोंड के आरोपों का समर्थन करते हुए आरोप लगाया कि दिल्ली सीमा पर आंदोलन “कांग्रेस प्रायोजित” है और विदेशी एजेंटों द्वारा वित्त पोषित है।
भाजपा नेता के गंभीर आरोप
बहराइच के सांसद गोंड ने प्रदर्शनकारियों को पाकिस्तानी और खालिस्तानी कहते हुए किसान संगठनों पर मौखिक हमला किया। गोंड ने यह भी दावा किया कि कनाडा और अन्य देशों से आंदोलन के लिए बड़ी मात्रा में धन उपलब्ध कराया जा रहा है। गोंड ने कहा कि किसान नहीं, राजनीतिक दलों के लोग आंदोलन में शामिल हैं। उन्होंने कहा कि अगर किसान आंदोलन करते तो देश में फल, सब्जियां, दूध और अनाज की कमी हो जाती।
27 को भारत बंद
केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा ने 27 सितंबर को ‘भारत बंद’ का आह्वान किया है। दावा किया जा रहा है कि कई किसान संगठन और ट्रेड यूनियन पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक और मध्य प्रदेश में बंद में भाग लेंगे।
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महाराष्ट्र में बंद को लेकर बैठक
महाराष्ट्र में ‘बंद’ को लेकर पिछले दिनों मुंबई में करीब 100 संगठनों के प्रतिनिधियों की बैठक हुई। बैठक के बाद अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक ढवले और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी नेता विद्या चव्हाण ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले, राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील, उपमुख्यमंत्री अजित पवार, मंत्री जितेंद्र आव्हाड और अन्य से मुलाकात की। ढवले ने दावा किया कि नेताओं ने भारत बंद का समर्थन करने का वादा किया है।