Punjab: पंजाब पुलिस(Punjab Police) ने चंडीगढ़ कूच(March to Chandigarh) से पहले संयुक्त किसान मोर्चा(United Farmers’ Front)के नेताओं को हिरासत में लेकर नजरबंद(Detained and put under house arrest) करना शुरू कर दिया है। अब सैकड़ों नेताओं को उनके घरों या आसपास के रेस्ट हाउस(Rest House) में रोक लिया गया है। पुलिस की यह कार्रवाई 4 मार्च को की गई। किसानों की मांगों को लेकर 3 मार्च की रात पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान(Chief Minister Bhagwant Mann) और संयुक्त किसान मोर्चा नेताओं के बीच चल रही बैठक बीच में ही समाप्त हो गई थी। किसान नेताओं ने मुख्यमंत्री के साथ बहस की तो मुख्यमंत्री बैठक बीच में ही छोड़ गए। किसानों ने पांच मार्च को चंडीगढ़ कूच का ऐलान किया था। इससे पहले ही चंडीगढ़ की सीमाओं को सील(Borders sealed) कर दिया गया है।
किसान नेता घरों में नजरबंद
पंजाब पुलिस ने किसान नेताओं को उनके घरों में नजरबंद करना शुरू कर दिया है। 4 मार्च की सुबह किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल समेत कई किसान नेताओं को हिरासत में लिया गया। किसान मजदूर मोर्चा के नेता दिलबाग सिंह गिल को घर में नजरबंद किया गया है। पुलिस संगरूर में भारतीय किसान यूनियन (एकता उगराहां) के अध्यक्ष जोगिंदर सिंह उगराहां के घर भी पहुंची, लेकिन वह नहीं मिले।
किसानों के विरुद्ध सीएम मान
पंजाब के कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां ने कहा कि किसान जब चाहे मीटिंग कर सकते हैं। किसान हमारे सत्कार योग हैं। मीटिंग काफी अच्छे माहौल में चल रही थी। किसान 18 मांगे लेकर आए थे, 8 मांगों पर चर्चा हुई। सीएम भगवंत मान ने कहा कि रोजाना बंद या जाम होने से लोगों को नुकसान होता है। हम केंद्र सरकार से मिलकर लड़ेंगे। भारतीय किसान यूनियन (राजेवाल ग्रुप) के उप प्रधान मुकेश चंद शर्मा ने कहा कि कहा कि मुख्यमंत्री बैठक छोड़कर किसानों को चैलेंज करके वहां से चले गए। किसानों ने मंगलवार को बैठक बुलाई थी। इससे पहले ही पुलिस उनके घरों में पहुंच गई।
किसान नेता का आरोप
भारतीय किसान यूनियन क्रांतिकारी की महासचिव सुखविंदर कौर ने बताया कि हमारे सारे राज्यस्तरीय नेताओं के घरों पर पुलिस ने छापेमारी की है। 3 नेताओं को गिरफ्तार किया गया है। इनमें बलवंत सिंह महाराज, जरनैल सिंह कालके व अशोक भारती हैं। इसके अलावा पटियाला जिले के प्रधान रणजीत सिंह, सचिव सुरेंद्र व जिला कमेटी मेंबर इंद्र मोहन को गिरफ्तार किया गया है।