अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले की फाइल एक बार फिर खुल सकती है। ऐसा संकेत मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दिया। मुख्यमंत्री शिंदे ने नागपुर में कहा है कि सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले को लेकर लोगों के मन में भ्रम था और अब भी है। सीएम शिंदे ने ऐसा ऐसे समय में कहा है जब एक दिन पहले ही शिंदे गुट के सांसद राहुल शेवाले ने लोकसभा में यह मामला उठाया था। सुशांत सिंह मौत मामले की फाइल यदि दोबारा खुलती है, तो उद्धव गुट के युवा नेता आदित्य ठाकरे की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
सांसद शेवाले ने लोकसभा में उठाया था मुद्दा
दरअसल, शिंदे गुट के सांसद राहुल शेवाले ने लोकसभा में अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में युवा सेना आदित्य ठाकरे पर गंभीर आरोप लगाए थे। राहुल शेवाले ने कहा था कि रिया चक्रवर्ती के फोन पर ‘एयू’ के नाम से 44 फोन कॉल आए। बिहार पुलिस ने ‘एयू’ का मतलब आदित्य उद्धव ठाकरे है। आदित्य ठाकरे पर शुरू से ही सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या के आरोप लगे थे। सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले की जांच मुंबई पुलिस, बिहार पुलिस और सीबीआई ने की थी। हालांकि, तीनों की रिपोर्टों में अंतर है।
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नितेश राणे ने की आदित्य ठाकरे के नार्को टेस्ट की मांग
सांसद राहुल शेवाले के आरोपों के बाद भाजपा विधायक नितेश राणे भी आदित्य ठाकरे के खिलाफ आक्रामक हो गए हैं। विधायक नितेश राणे ने इस मामले में आदित्य ठाकरे का नार्को टेस्ट कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि ए फॉर आफताब पूनावाला, ए फॉर आदित्य ठाकरे, सभी विकृतियों का एक ही नाम है! नितेश राणे ने कहा कि जिस तरह श्रद्धा वालकर मामले में आफताब पूनावाला का नार्को टेस्ट हुआ और सच सामने आया, उसी तरह आदित्य ठाकरे के नार्को टेस्ट से सुशांत सिंह राजपूत मामले का सच सामने आएगा।