बोरीवली के संजय गांधी नेशनल पार्क में हो रहे अतिक्रमण को लेकर वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने अपना पक्ष रखा है। वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि स्थानीय राजनीतिक नेताओं के सहयोग से कार्ययोजना बने तो अतिक्रमण का समाधान जरूर निकल सकता है। साथ ही मुनगंटीवार ने यह भी आश्वासन दिया कि अतिक्रमण पीड़ितों के पुनर्वास पर भी सकारात्मक स्तर पर विचार किया जाएगा।
सभी को मिलकर करना होगा काम
पार्क में गुजरात के सक्काबाग जू से लाए गए शेरों के जोड़े को वैकल्पिक पिंजरों में छोड़ा गया। इस मौके वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने पार्क में अतिक्रमण को लेकर भी अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि यदि सभी मिलकर अतिक्रमण को खत्म करने की कार्ययोजना पर काम करें तो निश्चित तौर पर कार्रवाई हो सकती है। मई में वन अधिकारियों ने पुलिस की मदद से साईंबांगोड़ा से अतिक्रमण हटाया था। इन क्षेत्रों में शराब के ठेके भी पाए गए। उसके बाद संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान की ओर से अब तक अतिक्रमण हटाने को लेकर कार्रवाई नहीं की गई है। पार्क के कृष्णागिरी उपवन में अतिक्रमण हटाने का प्रयास किया गया, लेकिन वन अधिकारियों की यह कोशिश नाकाम रही। कार्यक्रम में सांसद गोपाल शेट्टी, विधायक प्रवीण दरेकर, विधायक प्रकाश सुर्वे भी मौजूद रहे।
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संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान को बताया अनमोल खजाना
मुनगंटीवार ने कहा कि संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान ईश्वर की देन है। हम सब को इस अनमोल खजाने के संरक्षण की जिम्मेदारी लेनी होगी। वन मंत्री ने कहा कि तकनीक की मदद से भी पार्क में विभिन्न गतिविधियों को अंजाम दिया जा सकता है। वनरानी के माध्यम से विभिन्न विषयों पर सूचनाओं के आदान-प्रदान का प्रयास किया जाए। टॉकिंग ट्री पहल हाल ही में चंद्रपुर में शुरू की गई थी। इसी प्रकार संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान में विभिन्न गतिविधियों को क्रियान्वित किया जा सकता है।