जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे चुके फारुक अब्दुल्ला को भगवान राम की याद आई है। उन्होंने एक सार्वजनिक सभा में कहा कि राम केवल हिंदुओं के नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के भगवान हैं। अब्दुल्ला ने कहा कि धार्मिक नेता लोगों में भेदभाव पैदा करते हैं। लड़ाई मंदिर और मस्जिद की नहीं है।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग समझते हैं कि राम केवल उनके हैं, मैं उनसे कहना चाहता हूं कि भगवान पूरी दुनिया के हैं। वे उनके भी भगवान हैं, जो भगवान को नहीं मानते। लेकिन जो लोग कहते हैं कि राम सबके हैं, वे केवल उनके ही नहीं है।
फारुक अब्दुल्ला ने क्या कहाः
अब्दुल्ला ने कहा कि बच्चों को सही धर्म सिखाना जरुरी है। कोई धर्म चोरी करने को नहीं कहता, बेईमानी या बलात्कार करने को नहीं कहता है। हम जब अपना धर्म सीख लेंगे, तो हमें दूसरे धर्म के प्रति भी आदर होगा। लोग चुनाव के समय प्रचार करते हैं कि हिंदू खतरे में है। देश में 80 प्रतिशत हिंदू हैं और वो खतरे में हैं..कैसे पता नहीं। उन्होंने कहा कि जो लोग खतरा पहुंचाने की कोशिश करते हैं, उनसे डरिए और भगवान से सही रास्ता दिखाने की प्रार्थना कीजिए।
हमने कभी पाकिस्तान का साथ नहीं दियाः अब्दुल्ला
अब्दुल्ला ने कहा कि उन्होंने कभी भी पाकिस्तान का साथ नहीं दिया। नेशनल कॉफ्रेंस ने कभी भी पाकिस्तान का समर्थन नहीं किया। ये बात सही है कि जिन्ना मेरे पिता से मिलने के लिए आए थे और उन्होंने समर्थन मांगा था लेकिन मेरे पिता ने मना कर दिया था। फारुक अब्दुल्ला ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि उसने केंद्र शासित प्रदेश में किए अपने वादे पूरे नहीं किए। सरकार ने 50 हजार लोगों को नौकरी देने का वादा किया था, लेकिन उसने वो वादा पूरा नहीं किया।