बिहार विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव से ठीक पहले बिहार की राजनीति लालू प्रसाद यादव के कथित ऑडियो से गर्मा गई। भारतीय जनता पार्टी के नेता और पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने यह ऑडियो जारी करते हुए लालू यादव पर विधायकों को खरीदने की कोशिश का आरोप लगाया है। उन्होंने फोन नंबर 8051216302 से आए फोन को लेकर ट्विट किया,’लालू यादव रांची जेल से एनडीए विधायकों को फोन कर मंत्री पद का लालच दे रहे हैं। वे विधायकों को खरीदने की कोशिश कर रहे हैं। मैंने इस नंबर पर फोन किया था तो खुद उन्होंने ही फोन उठाया। मैंने उन्हें साफ शब्दों में कहा कि आप जेल से इस तरह की गंदी हरकत न करें। आप अपने मकसद में सफल नहीं हो पाएंगे।’
लालू यादव ने दिखाई अपनी असलियत
लालू प्रसाद यादव द्वारा NDA के विधायक को बिहार विधान सभा अध्यक्ष के लिए होने वाले चुनाव में महागठबंधन के पक्ष में मतदान करने हेतु प्रलोभन देते हुए। pic.twitter.com/LS9968q7pl
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) November 25, 2020
उधर भाजपा नेता ललन पासवान ने भी लालू यादव पर फोन के जरिए सरकार गिराने के लिए मंत्री पद का ऑफर देने की बात कही। भागलपुर की पीरपैंती सीट से चुनकर आए ललन पासवान ने ऑडियो के आधार पर यह दावा किया। हालांकि उन्होंने लालू यादव के ऑफर को ठुकरा दिया। ललन पासवान ने कहा, ‘लालू जी का फोन आया था। मैंने उन्हें चरण स्पर्श कहा। मुझे लगा कि उन्होंने बधाई देने के लिए फोन किया। वो कहने लगे कि स्पीकर को गिराना है, तत्काल गिराना है। हमने ऐसा करने से मना कर दिया।’
#WATCH | लालू जी का फोन आया था तो मेरे PA ने फोन उठाया। मुझे लगा बधाई के लिए फोन किया है। वो कहने लगे कि स्पीकर को गिराना है तत्काल गिराना है। हमने ऐसा करने से मना कर दिया: लालू प्रसाद यादव के वायरल ओडियो पर भाजपा नेता ललन पासवान pic.twitter.com/5Z0OedIQUs
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 25, 2020
इस बीच बिहार विधानसभा में स्पीकर के लिए हुए चुनाव में सत्ताधारी एनडीए ने जीत हासिल की है। लखीसराय विधानसभा सीट से विधायक विजय कुमार सिन्हा बिहार विधानसभा के स्पीकर बन गए हैं। उन्होंने महागठबंधन के उम्मीदवार अवध बिहारी को हरा दिया। वोटिंग के समय सदन में 240 सदस्य उपस्थित थे। उनमें से 126 वोट विजय सिन्हा को, जबकि 114 वोट अवध बिहारी को मिले।
गुप्त मतदान की मांग अस्वीकार
गुप्त मतदान की बार-बार मांग करने पर भी प्रोटेम स्पीकर जीतनराम मांझी तैयार नहीं हुए। उन्होंने कहा कि संविधान में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। इन सबके बीच विपक्ष हंगामा करता रहा।
आरजेडी का दर्द
बता दें कि हाल ही में हुए बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को 125 सीटों पर जीत हासिल हुई, जबकि महागठबंधन को मात्र 110 सीटों से संतोष करना पड़ा है। हालांकि आरजेडी इस चुनाव में 75 सीट जीतकर पहले नंबर पर रही है, जबकि बीजेपी 74 सीट प्राप्त कर दूसरे नंबर पर है। आरजेडी को सबसे अधिक सीटों पर जीत हासिल करने के बावजूद सत्ता से वंचित रहना पड़ा है। वह इस दर्द को पचा नहीं पा रही है।
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