Gaza hospital attack: इस्लामिक जिहाद समूह के गलत रॉकेट लॉन्च के कारण हुआ विस्फोट !

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख वोल्कर टर्क ने बयान में कहा कि उनके पास इस घटना के लिए शब्द नहीं है। अस्पताल पवित्र जगह है और उन्हें हर कीमत पर संरक्षित किया जाना चाहिए।

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फिलिस्तीन के कुख्यात आतंकवादी संगठन हमास (Hamas) के इस महीने की सात तारीख को इजरायल (israel) पर किए गए बर्बर आक्रमण के बाद छिड़ी जंग से मध्य पूर्व में तनाव बढ़ता ही जा रहा है। गाजा के अल-अहली अरब अस्पताल (Gaza hospital) पर 17 अक्टूबर की रात हुए हमले ( attack) से सारी दुनिया सकते में है। इस हमले में सैकड़ों निर्दोष लोगों की जान गई है। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख ने इसकी कड़ी आलोचना की है। इजरायल और हमास के बीच छिड़े इस युद्ध में अब तक 4300 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। यह जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स में दी गई है।

इस्लामिक जिहाद समूह के गलत रॉकेट लॉन्च के कारण विस्फोट
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा के अल-अहली अरब अस्पताल पर हमले के लिए हमास के बर्बर आतंकवादियों को कसूरवार ठहराया है। रिपोर्ट्स में कहा गया है कि अस्पताल में विस्फोट के फौरन बाद हमास ने इजरायली पर आरोप जड़ा। उसने इसके लिए इजरायल की सेना को जिम्मेदार ठहराया। इसके बाद इजरायल की सेना ने बयान जारी कर इन आरोपों का खंडन किया और कहा कि इस्लामिक जिहाद समूह के गलत रॉकेट लॉन्च के कारण विस्फोट हुआ। हमास नेता इस्माइल हनिया ने नाटकीय बयान में इस हमले के लिए अमेरिका को जिम्मेदार ठहराया। हनिया ने कहा कि अस्पताल में हुआ नरसंहार दुश्मन की क्रूरता और उसकी हार के डर की पुष्टि करता है।

इस घटना के लिए शब्द नहीं
शब्द नहीं… संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख वोल्कर टर्क ने बयान में कहा कि उनके पास इस घटना के लिए शब्द नहीं है। अस्पताल पवित्र जगह है और उन्हें हर कीमत पर संरक्षित किया जाना चाहिए। हम अभी तक इस नरसंहार के पूरे फलक को नहीं जानते हैं, लेकिन यह स्पष्ट है कि हिंसा और हत्याएं तुरंत बंद होनी चाहिए।

मौत का आकंड़ा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गाजा में हमास नियंत्रित स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुरू में कहा था कि कम से कम 500 लोग मारे गए। यह आंकड़ा बाद में संशोधित होकर 200 और 300 के बीच बताया गया। बताया गया है कि लेबनानी प्रदर्शनकारियों ने बेरूत में संयुक्त राष्ट्र भवन में तोड़फोड़ की है।

भारतीय मूल की दो इजरायली महिला सैनिक शहीद
मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि इस युद्ध में अब तक सेना के 286 जवान और 51 पुलिस अधिकारी मारे गए हैं। हमले में भारतीय मूल की दो इजरायली महिला सैनिक शहीद हुई हैं। इनके नाम 22 वर्षीय लेफ्टिनेंट ऑर मोसेस और बॉर्डर पुलिस इंस्पेक्टर किम डोकरकर है। दोनों महिला अधिकारियों की शहादत गाजा से आए हमास के आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ के दौरान हुई।

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