राजसमंद (Rajsamand) सांसद दीया कुमारी (MP Diya Kumari) ने राज्य में लगातार बिगड़ती कानून व्यवस्था (Law and Order) और महिलाओं (Women) के प्रति बढ़ते अपराधों (Crimes) पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि अशोक गहलोत सरकार (Ashok Gehlot Government) महिलाओं खासकर बच्चियों को सुरक्षित माहौल देने में पूरी तरह से विफल रही है। दिया कुमारी ने आज भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) के प्रतिनिधिमंडल के साथ राज्यपाल कलराज मिश्र (Governor Kalraj Mishra) से मुलाकात की और उन्हे बिगड़ती कानून व्यवस्था कीजमीनी हकीकत से रूबरू करवाया।
सांसद दीया कुमारी ने कहा कि प्रतापगढ़ के पीपलखूंट में 12वीं कक्षा की दो आदिवासी छात्राओं ने छेड़छाड़ व प्रताड़ना से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। ये छात्राएं पढ़ाई के लिए अपने घर से दूर रह रही थी और लगातार छेड़छाड़ की शिकायत पुलिस को देने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई। राजस्थान में अपराधियों के हौसले इतने बुलंद है कि पुलिस को शिकायत देने के दूसरे ही दिन दोनों छात्राओं का अपहरण कर लिया गया और बाद में रास्ते में फेंक गये।
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कांग्रेस राज में कानून का राज पूरी तरह खत्म
दीया कुमारी ने कहा कि सभ्य समाज में ऐसी घटनाओं के लिए कोई जगह नहीं है फिर भी कांग्रेस के राज में कानून का इक़बाल पूरी तरह से खत्म हो गया है। जिस सरकार के मंत्री राजस्थान को ‘मर्दों का प्रदेश’ बताकर कानून-व्यवस्था चुस्त रखने की जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते हों वहां बेटियों का मनोबल टूटना लाज़मी है। हाल ही में करौली, आसींद, धरियावद और पीपलखूंट में हुई घटनाएं इसका प्रमाण है। मेरी सरकार से मांग है कि छात्राओं की शिकायत को ले कर लापरवाही बरतने वाले पीपलखूंट थाने के अधिकारियों पर तुरंत प्रभाव से कार्यवाही हो और मुकदमा दर्ज किया जाये।
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