Maharashtra Politics: गोरेगांव (Goregaon) से भाजपा (BJP) विधायक विद्या ठाकुर (Vidya Thakur) को मुंबई में उत्तर भारतीयों (Uttar Bharatiya) का प्रतिनिधित्व करने के लिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस (Devendra Fadnavis) के 2014-2019 के कार्यकाल के दौरान मंत्री पद दिया गया था।
अब राज्य में फिर से देवेन्द्र फड़णवीस सरकार बन गई है और विद्या ठाकुर को मंत्री (minister) पद मिलने की संभावना खत्म होते दिख रही है।
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2014-2019 में राज्य मंत्री
2014 के विधानसभा चुनावों में चुने गए एकमात्र उत्तर भारतीय विधायक के रूप में, विद्या ठाकुर को उत्तर भारतीयों का प्रतिनिधित्व करने के लिए महिला, बाल कल्याण, खाद्य और औषधि प्रशासन विभाग राज्य मंत्री बनाया गया था। हालांकि 2024 चुनाव में वो अकेली उत्तर भारतीय उम्मीदवार नहीं हैं जिस वजह से उनके नाम के आगे विधायक से मंत्री बनने की संभावना काम होती नजर आ रही है।
एक नया विकल्प
हालांकि विद्या ठाकुर 2019 और 2024 में विधानसभा के लिए चुनी गईं हैं, लेकिन संजय उपाध्याय (Sanjay Upadhyay) पहली बार बोरीवली विधानसभा क्षेत्र से एक लाख से अधिक वोटों के अंतर से चुने गए हैं। भाजपा सूत्रों ने कहा कि इससे फड़णवीस के सामने उत्तर भारतीयों का प्रतिनिधित्व करने का एक नया विकल्प मिल गया है और ठाकुर की जगह उपाध्याय को मंत्री पद मिलने की संभावना अधिक है।
शिक्षक प्राथमिकता?
उपाध्याय मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस के करीबी हैं और मुंबई में उत्तर भारतीय समुदाय में सक्रिय हैं, भविष्य में होने वाले नगर निगम चुनावों में उपाध्याय उन्हें उत्तर भारतीय मतदाताओं के वोट दिलाने में मदद कर सकते हैं। इन बातों को ध्यान में रखते हुए कहा गया कि मंत्री पद के लिए फड़णवीस की पसंद ठाकुर के मुकाबले उपाध्याय हो सकते हैं।
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