नेपाल में हुए संसदीय चुनाव की मतगणना के बीच प्रमुख राजनीतिक दलों के नेताओं ने सरकार गठन की संभावना तलाशने के प्रयास शुरू कर दिए हैं। इस बीच 27 नवंबर को प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा और नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी के अध्यक्ष पुष्पकमल दहल प्रचंड ने मुलाकात की है। इस मुलाकात को नए सरकार के गठन की प्रक्रिया से जोड़कर देखा जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि नेपाल एक दशक से अधिक समय से राजनीतिक अस्थिरता का सामना कर रहा है। नेपाल में 20 नवंबर को प्रतिनिधि सभा और सात प्रांतीय विधानसभाओं के लिए मतदान हुए थे। मतगणना का कार्य 21 नवंबर को शुरू हुआ था। प्रतिनिधि सभा में स्पष्ट बहुमत हासिल करने के लिए किसी भी राजनीतिक दल या गठबंधन को 138 सीटों की जरूरत पड़ती है।
नेपाली कांग्रेस का नेतृत्व वाला सत्तारूढ़ गठबंधन आगे
नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा की नेपाली कांग्रेस के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन ने 27 नवंबर तक मतगणना में संसदीय चुनाव में अपनी बढ़त बनाए रखी है। अभी तक प्रत्यक्ष मतदान चुनाव प्रणाली के तहत 150 नतीजे घोषित हुए हैं। इनमें से नेपाली कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन ने 82 सीटों पर जीत हासिल की है। उल्लेखनीय है कि देश के 275 सदस्यीय प्रतिनिधि सभा की 165 सीट का चुनाव प्रत्यक्ष मतदान से होता है, जबकि 110 सीट का चुनाव आनुपातिक चुनाव प्रणाली के जरिए होता है।
देउबा और प्रचंड की मुलाकात को अहम
मतगणना के बीच प्रधानमंत्री आवास में हुई देउबा और प्रचंड की मुलाकात को अहम माना जा रहा है। बताया गया है कि दोनों अपने पांच दलीय सत्तारूढ़ गठबंधन को जारी रखते हुए देश में नई सरकार बनाने पर राजी हुए हैं। प्रचंड की पार्टी की स्थाई समिति के सदस्य गणेश शाह ने दोनों नेताओं की मुलाकात में हुई चर्चा की जानकारी पत्रकारों को दी है। यह महत्वपूर्ण है कि करीब 18 महीने पहले ओली से अलग होने के बाद प्रचंड ने नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष देउबा को समर्थन दिया था। इसके बाद देउबा के नेतृत्व में पांच दलों की गठबंधन सरकार बनी थी।