Hindu: श्रीमज्जोतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरू शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वती महाराज ने बंग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के नाम पर वहां के हिन्दुओं का उत्पीड़न,उनकी हत्या, महिलाओं व बेटियों के साथ बलात्कार,मकानों व मन्दिरों का ध्वस्तीकरण,आगजनी पर घोर चिन्ता व दुःख प्रकट किया है। उन्होंने भारत सरकार से आग्रह किया है कि बांग्लादेश में भारतीय सेना भेजकर उन्हें राहत प्रदान करें,आवश्यकतानुसार बंग्लादेश सरकार से वार्ता करे।
हिंदू धर्म के विरुद्ध अघोषित युद्ध
शंकराचार्य वासुदेवानंद ने 12 अगस्त काे अपने अलाेपीबाग मठ में कहा कि बंग्लादेश के प्रधानमंत्री को अपमानजनक ढंग से अपदस्थ करना,उनका निवास लूट लेना,वस्त्राभूषण व कुर्सी आदि उठा ले जाना, न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश से बलात इस्तीफा लिखवा लेना,पुलिसकर्मियों को कार्यस्थल से हमला करके भगा देना वास्तव में सनातन हिन्दू धर्म के विरूद्ध अघोषित युद्ध है। बड़ी संख्या में हिन्दुओं की हत्या हुई है और तमाम घायल पड़े हैं। हिन्दुओं के घर व मंदिर भी तोड़े व जलाए जा रहे हैं।
भारत सेना भेजकर हिंदुओं की करे हिफाजत
उन्होंने भारत सरकार से आग्रह किया है कि बंग्लादेश में आगजनी, हिंसा, लूटपाट व दुष्कर्मों के शिकार हुए लोगों की सुरक्षा, भोजन, दवा, वस्त्र एवं पुनर्वास आदि व्यवस्था भारतीय सेना द्वारा भेजकर उन्हें राहत प्रदान करें, जिसके लिए आवश्यकतानुसार बंग्लादेश सरकार से वार्ता कर लें।
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मानवाधिकार को बड़ी चुनौती
उन्होंने देश-विदेश में रहने वाले सभी सनातन धर्मी हिन्दुओं का आवाह्न किया है कि यह केवल बंग्लादेश ही नहीं बल्कि भारत व सम्पूर्ण विश्व के मानवाधिकार प्रेमियों के लिए एक चुनौती है। जिसका मुकाबला आपसी मेल-जोल, भाईचारे व धैर्य तथा साहस से करना होगा। आपस के मतभेद व द्वेष समाप्त करके पीड़ितों व जरूरतमंदों की सहायता में संलग्न हो जाना चाहिए।