महाराष्ट्र के राज्यपाल की बातें कई बार राजनीतिक पार्टियों को चुभती रही हैं। अब चौक के नामकरण कार्यक्रम में महामहिम ने गुजराती-राजस्थानियों की ऐसी प्रशंसा कर दी कि, समुचा विपक्ष उन पर टूट पड़ा।
क्या रहा है राज्यपाल ने?
राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी ने कहा है कि, ‘कभी-कभी मैं महाराष्ट्र के लोगों से कहता हूं कि, यदि आप मुंबई और ठाणे से गुजरातियों और राजस्थानियों को हटा देंगे, तो आपके पास पैसे ही नहीं बचे होंगे। मुंबई को देश की आर्थिक राजधानी कहा जाता है। अगर गुजराती और राजस्थानी लोगों को हटा दिया जाता है तो मुंबई को वित्तीय राजधानी नहीं कहा जाएगा।’
राज्यपाल कोश्यारी ने शुक्रवार देरशाम अंधेरी में जेपी रोड, दाऊद बाग जंक्शन पर चौक का नामकरण करते हुए इसका उद्घाटन किया। इस चौक का नाम स्वर्गीय शांतिदेवी चम्पालालजी कोठारी के नाम पर रखा गया है। इस कार्यक्रम में सांसद नवनीत राणा तथा विधायक नीतेश राणे भी उपस्थित रहे।
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राणे ने किया समर्थन
इस कार्यक्रम में शामिल हुए नीतेश राणे ने राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी का समर्थन किया है। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल से लिखा है कि, माननीय राज्यपाल की ओर से कोई अपमान नहीं हुआ। उन्होंने मात्र उस समाज के योगदान का श्रेय दिया है। उनके विरोध में बोलनेवालों ने कितने मराठी जनों को धनवान बनाया। कितने मराठी युवकों को बीएमसी का ठेका दिया। उस समय तुम्हें शाह और अग्रवाल चाहिये होते हैं।
Join Our WhatsApp Communityमा. राज्यपालांकडून कोणाचा ही अपमान झालेला नाही..
त्यांनी फक्त त्या-त्या समाजाला त्यांच्या योगदानाचे श्रेय दिले आहे..
त्यांच्या विरोधात बोलणाऱ्यांनी..किती मराठी माणसांना मोठे किंवा श्रीमंत केले?किती मराठी तरुणांना bmc चे contract दिले?तेव्हा तुम्हाला शाह आणि अग्रवाल पाहीजे असतात..— nitesh rane (@NiteshNRane) July 30, 2022