हामिद अंसारी के कार्यक्रम में मंच पर था आईएसआई जासूस! साक्ष्य आया सामने, भाजपा ने पूछा प्रश्न

भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस की तस्वीर में दिख रहा है कि हामिद अंसारी बीच में बैठे हुए हैं। उसी मंच पर पाकिस्तानी पत्रकार और पाकिस्तान का एजेंट नुसरत मिर्जा भी बैठा है।

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देश के पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी विवादों में फंस गए हैं। इस विवाद से बाहर निकलना उनके लिए आसान नहीं होगा। पाकिस्तान के पत्रकार व आईएसआई जासूस नुसरत मिर्जा ने यह दावा किया है कि वे आतंकवाद के मुद्दे पर भारत में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इसके बाद शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी ने उस कार्यक्रम की फोटो जारी की है, जिसमें मंच पर पूर्व उपराष्ट्रपति और नुसरत मिर्जा बैठे हैं।

गौरव भाटिया का दावा
गौरव भाटिया का कहना है कि अंसारी जी ने दावा किया है कि उन्होंने नुसरत को कभी आमंत्रित नहीं किया, लेकिन उपराष्ट्रपति के कार्यालय से कॉन्फ्रेंस के लिए फोन पर आयोजकों को सलाह दी गई थी कि वे मिर्जा को जरूर बुलाएं। भाजपा नेता ने सवाल दागा कि ऐसा क्यों कहा, क्या संबंध है अंसारी और नुसरत मिर्जा के बीच? भाटिया ने कहा कि जिस सेमिनार की चर्चा अंसारी ने की है, उसके एक आयोजक जो सर्वोच्च न्यायालय के वकील हैं उनका भी बयान आया है। उन्होंने कहा है कि पूर्व उपराष्ट्रपति ने इसके लिए फोन किया था।

तस्वीर झूठ नहीं बोल सकती
भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस की तस्वीर में दिख रहा है कि हामिद अंसारी बीच में बैठे हुए हैं। उसी मंच पर पाकिस्तानी पत्रकार और पाकिस्तान का एजेंट नुसरत मिर्जा भी बैठा है। उन्होंने सवाल दागते हुए कहा कि उसे अंसारी के साथ बैठने से मना क्यों नहीं किया गया? भाटिया ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि क्या यह सच नहीं है कि इस तरह का कोई भी कार्यक्रम आयोजित होता है तो इस बारे में इंटेलिजेंस एजेंसी के इनपुट की जरुरत होती है। क्या इसमें उसकी अनुमति ली गई थी?

मंच साझा करने से अंसारी कर सकते थे इनकार
भाटिया ने कहा कि देश में संवैधानिक पदों पर बैठे किसी व्यक्ति का कोई कार्यक्रम होता है, तो प्रोटोकोल के अनुसार कार्यक्रम को लेकर कार्यालय जानकारी लेता है कि उस कार्यक्रम में कौन-कौन आमंत्रित है। इस स्थिति में क्या कांग्रेस यह चाहती थी कि पाकिस्तानी नागरिक देश में घुसपैठ करे और भारत की एकता-अखंडता को नुकसान पहुंचाए। क्या कांग्रेस आईएसआई की एजेंट है? अगर अंसारी चाहते तो नुसरत मिर्जा को उस कार्यक्रम में बुलाने से मना कर सकते थे। या कम से कम मंच साझा करने से इनकार कर सकते थे।

कांग्रेस पर आरोप
पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि संवैधानिक पदों पर बैठे व्यक्ति की बड़ी जिम्मेदारी होती है। किसी भी व्यक्ति या पद से ऊपर हमारा देश है। भाटिया ने कहा कि भाजपा द्वारा पूछे गए सवालों पर अंसारी ने पूरा दोष कांग्रेस पर मढ़ दिया कि जो उपराष्ट्रपति के कार्यक्रम में आमंत्रित किये जाते हैं, वे सरकार की स्वीकृति पर बुलाए जाते हैं। भाजपा का आरोप है कि क्या कांग्रेस पार्टी पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के एजेंट से यह सीख रही थी कि आतंकवाद से कैसे लड़ना है।

हामिद अंसारी का स्पष्टीकरण
बता दें कि नुसरत मिर्जा के आरोप को खारिज करते हुए हामिद अंसारी ने कहा था कि 11 दिसंबर 2010 को उन्होंने आतंकवाद पर अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद और मानवाधिकार पर न्यायविदों के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया था। उन्होंने कहा कि यह परंपरा है कि आमंत्रितों की सूची आयोजक तैयार करते हैं। मैंने नुसरत मिर्जा को कभी आमंत्रित नहीं किया और न उससे मुलाकात की।

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