गुजरात कांग्रेस में उथल पुथल के संकेत हैं। वर्ष 2020 में जिसका कांग्रेस ने ‘हार्दिक’ स्वागत किया था, वह हार्दिक पटेल नाराज हैं। उन्होंने, इसे सार्वजनिक भी कर दिया है।
पाटीदार अनामत आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल का मन अब कांग्रेस से भर गया है। उन्होंने कहा है कि, राज्य का कार्यकारी अध्यक्ष बनाकर कांग्रेस ने उन्हें बांध दिया है, जबकि प्रत्यक्ष यह है कि, छोटे-छोटे निर्णय लेने में भी पार्टी समय ले रही है।
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आप से जुड़ने की अटकलें
गुजरात में इसी वर्ष चुनाव होने हैं। जिसके लिए हार्दिक पटेल खोडलधाम ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेश पटेल को कांग्रेस में लाना चाहते हैं। इस संदर्भ में उन्होंने पार्टी हाईकमान को जानकारी भी दे दी है। परंतु, इसमें विलंब किया जा रहा है। ऐसे कई अवसर पर हार्दिक को कांग्रेस में अपनी उपेक्षा होने जैसी स्थिति प्रतीत हो रही है। जिसके कारण हो सकता है, आनेवाले दिनों में वे आम आदमी पार्टी के साथ हो जाएं।
कौन हैं नरेश पटेल?
नरेश पटेल खोडलधाम मंदिर ट्रस्ट के नेता हैं और लेउवा पाटीदार (पटेल) समाज में उनकी बड़ी प्रतिष्ठा है। राज्य की 35 विधान सभी सीटों पर लेउवा पाटीदार समाज की तूती बोलती है। इसे लक्ष्यित करके हार्दिक पटेल यह ट्रंर्प कार्ड खेलना चाहते थे। परंतु, हाईकमान उनकी सुन ही नहीं रहा है।
पाटीदार आंदोलन से हार्दिक का उदय
हार्दिक पटेल का राजनीतिक भविष्य पाटीदार अनामत आंदोलन से शुरू हुआ है। इसमें पटेल समाज के लिए आरक्षण समेत कई मांगें की गई थीं। इसको लेकर राज्य में बड़े आंदोलन हुए, सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी को इसके लिए बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। हार्दिक पटेल पर इसके कई प्रकरण दर्ज किये गए थे, देशद्रोह के आरोप में तो उन्हें गिरफ्तार भी होना पड़ा था। इसके बाद हार्दिक पटेल राज्य के प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस से जुड़े, परंतु अब उन्हें शांत पड़ी कांग्रेस में उपेक्षा ही महसूस हो रही है।