गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल कांग्रेस को टेंशन दे रहे हैं। वे पूरी तरह बगावत के मूड में नजर आ रहे हैं। हाल ही में खुद को पार्टी से अलग-थलग किए जाने का आरोप लगाने वाले हार्दिक पटेल ने अब अपना डीवी बदलकर बड़ा संदेश दिया है। पंजे के साथ नजर आने वाले हार्दिक पटेल अब डीपी में भगवा शॉल ओढ़े नजर आ रहे हैं। इसके साथ ही बायो से भी कांग्रेस नेता का टैग हटा दिया है।
अब सवाल उठता है कि क्या वे भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने जा रहे हैं। इस बारे में अधिक जानकारी तो नहीं मिल पाई है, लेकिन उन्होंने अपना नया परिचय प्राउड इंडियन, सामाजिक-राजनीतिक कार्यकर्ता और मानवता में विश्वास रखने वाले व्यक्ति के रूप में दिया है। इस पूरे परिचय से कांग्रेस पूरी तरह गायब है। लेकिन उन्होंने अपने पाटीदार नेता के रूप में अपना परिचय कायम रखा है।
कांग्रेस को लेकर कही थी ये बात
हार्दिक पटले की डीपी में इस परिवर्तन से उनके भाजपा में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई हैं। पिछले काफी दिनों से वे कांग्रेस को लेकर अपनी नाराजगी जताते रहे हैं। पिछले दिनों एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा था कि कांग्रेस नेता नहीं चाहते कि वे पार्टी में रहें। उन्हें पार्टी ने कोई भी जिम्मेदारी नहीं सौंपी है। इसके साथ ही कांग्रेस को लेकर उन्होंने गंभीर बात कही थी। उन्होंने कहा था कि गुजरात में चुनाव करीब है लेकिन कांग्रेस की कोई तैयारी नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि भाजपा यहां मजबूत स्थिति में दिख रही है। उनकी पार्टी के प्रति उदासीनता तब और बढ़ गई, जब राहुल गांधी से मिलने के बाद भी पार्टी में उनके बारे में कोई निर्णय नहीं लिया जा सका।
की थी भाजपा की प्रशंसा
हार्दिक पटेल को लेकर अटकलें उस समय तेज हो गईं, जब उन्होंने खुद को राम भक्त बताया। हार्दिक ने कहा कि भाजपा ने राम मंदिर का निर्माण कराया और अनुच्छेद हटाकर सराहनीय काम किया। भाजपा की इस प्रशंसा के बाद उनके बारे में अटकलें तेज हो गईं। इसका कारण यह है कि कांग्रेस के नेता आम तौर पर इन मुद्दों पर इस तरह की बातें नहीं करते हैं।
भाजपा को लाभ
अगर 2022 में होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले हार्दिक पटेल भाजपा में शामिल होते हैं तो निश्चित रूप से कांग्रेस को बड़ा झटका लगेगा, जबकि भाजपा की पकड़ पाटीदार समुदाय में बढ़ेगी। हालांकि अभी तक परिदृश्य पूरी तरह स्पष्ट नहीं है।