Haryana Assembly Polls: हरियाणा विधानसभा चुनाव (Haryana Assembly Elections) को लेकर बीजेपी (BJP) और कांग्रेस (Congress) ने अपनी तैयारियों को तेज कर दिया है। कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद (Chief Minister post) को लेकर जमकर गुटबाजी (fierce factionalism) हो रही है। इस पर बीजेपी ने चुटकी लेते हुए राहुल गांधी को कांग्रेस का मुख्यमंत्री चेहरा घोषित करने की खुली चुनौती दी है।
बीजेपी ने कहा है कि दलितों के शुभचिंतक बनने वाले राहुल गांधी को हरियाणा में कुमारी शैलजा को अपनी पार्टी का मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित कर देना चाहिए। हरियाणा में मुख्यमंत्री का चेहरे को लेकर कांग्रेस में जबरदस्त घमासान मचा हुआ है।
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कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके सांसद बेटे दीपेंद्र सिंह हुड्डा कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार हैं। सिरसा की सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा ने इसी सप्ताह यह कहते हुए मुख्यमंत्री पद के लिए दावेदारी ठोकी थी कि यदि कांग्रेस हाई कमान चाहेगा तो मैं मुख्यमंत्री क्यों नहीं बन सकती? सैलजा की दावेदारी के बाद हुडा खेमे में बेचैनी बड़ी हुई है । कांग्रेस महासचिव एवं राज्यसभा सदस्य रणदीप सुरजेवाला भी स्वयं को मुख्यमंत्री की लाइन में पहली पंक्ति में मानते हैं।
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हरियाणा में सांसद को विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ाएगी कांग्रेस
सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा ने चुनाव लड़ने की इच्छा जताई तो हरियाणा में कांग्रेस पार्टी प्रभारी ने ऐलान कर दिया कि मौजूदा सांसद को विधानसभा चुनाव नहीं लडवाएगी। सैलजा के चुनाव लड़ने की इच्छा जताने के बाद पार्टी प्रभारी दीपक बावरिया द्वारा किसी सांसद को विधानसभा चुनाव के लिए टिकट न दिए जाने की बात कहने से साफ है कि कांग्रेस पार्टी में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है।
कांग्रेस में गुटबाजी चरम पर
हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी दीपक बावरिया को पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा खेमे के प्रति नरम माना जाता है। इसकी खास वजह यह है कि बावरिया को लगता है कि राज्य में हुड्डा कांग्रेस के बाकी नेताओं कुमारी सैलजा रणदीप सुरजेवाला, वीरेंद्र सिंह, और कैप्टन अजय यादव से ज्यादा ताकतवर है। लोकसभा चुनाव में अधिकतर टिकट हुड्डा की पसंद के उम्मीदवारों को दिए गए थे। गुटबाजी का आलम यह है कि हुड्डा और दीपेंद्र की हरियाणा मांगे हिसाब अभियान के तहत चल रही पदयात्राओं के समानांतर कुमारी सैलजा ने राज्य में कांग्रेस संदेश यात्रा तो रणदीप सुरजेवाला ने परिवर्तन रैलियों का सिलसिला आरंभ कर रखा है।
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विधानसभा चुनाव लड़ने की इच्छा
पदयात्रा ,संदेश यात्रा और परिवर्तन रैलियों के बीच सैलजा ने विधानसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी ।उन्होंने कहा था कि मैं विधानसभा चुनाव ही लड़ना चाहती थी लेकिन कांग्रेस वाला कमान का आदेश लोकसभा चुनाव लड़ने का हुआ। मैं सिरसा लोकसभा से चुनाव लड़ी और जीती अब मेरी इच्छा विधानसभा चुनाव लड़ने की है। क्योंकि प्रदेश स्तरीय राजनीति करते हुए लोगों की समस्याओं का समाधान किया जा सकता है। हरियाणा में हुड्डा और सैलजा रणदीप वीरेंद्र एसआरबी गुट आमने-सामने है।
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