Haryana Elections 2024: लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद कांग्रेस पार्टी भले ही अपनी स्थिति मजबूत होने का दावा कर रही हो, लेकिन जमीनी हकीकत इसके बिलकुल अलग है। यही कारण है कि कांग्रेस हरियाणा में अपने दम पर चुनाव लड़ने से पीछे हट गई है। कांग्रेस इंडी गठबंधन के घटक दलों को हरियाणा में सीटें देने को तैयार हो गई है। आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी और कम्युनिस्ट पार्टियों को भी टिकट देने को तैयार है।
उत्तर प्रदेश उपचुनाव में मांग रही है 5 सीट
समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को अपनी सियासी जमीन देने के मूड में नहीं है। उत्तर प्रदेश में 10 सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव में कांग्रेस ने 5 सीटों पर चुनाव लड़ने का प्रस्ताव समाजवादी पार्टी को भेजा है। लेकिन संकेत मिल रहे हैं कि समाजवादी पार्टी सिर्फ दो सीटें कांग्रेस को देने जा रही है।
हरियाणा में सपा का कोई अस्तित्व नहीं
समाजवादी पार्टी का हरियाणा में कोई राजनीतिक अस्तित्व नहीं है। लेकिन कांग्रेस की मजबूरी है कि उसे उत्तर प्रदेश में अपनी सियासी जमीन को खड़ा करना है। इसलिए कांग्रेस ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को अच्छा प्रस्ताव दिया है। कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी के सहारे उत्तर प्रदेश में विस्तार की आस जोड़ ली है। वर्तमान में कांग्रेस के पास उत्तर प्रदेश विधानसभा की मात्र 2 सीटें हैं। बता दें कि लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन का लाभ मिलने से उसकी सीटें एक से बढ़कर 6 पर पहुंच गई है।
उत्तर प्रदेश में 10 सीटों पर उपचुनाव
प्रयागराज की फूलपुर, अलीगढ़ की खैर, गाजियाबाद, मिर्जापुर की मझवां, मुजफ्फरनगर की मीरापुर, अयोध्या की मिल्कीपुर, मैनपुरी की करहल , आंबेडकर नगर की कटेहरी, मुरादाबाद की कुंदरकी और कानपुर की सीसामऊ विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में इन 10 में से 5 सीटें समाजवादी पार्टी ने जीती थीं जबकि तीन पर भाजपा और एक पर उसकी सहयोगी निषाद पार्टी जीती थी।